शिमला: जिला शिमला में जुब्बल के भरोट गांव के पास एक रात पहले अंधेरे में नाले में गिर कर भेड़-बकरियों के मरने का आंकड़ा 442 हो गया है । ये भेड़-बकरियां 10 भेड़ पालकों की थी। प्रशासन ने प्रत्येक व्यक्ति को 10-10 हजार रुपए की फौरी तौर पर राहत राशि प्रदान की है।
उल्लेखनीय है कि जिला शिमला में जुब्बल के गेजटा व भरोट गांव के समीप फिर एक दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां रात के अंधेरे में 442 भेड़-बकरियों की नाले में गिरने से हुई दर्दनाक मौत हुई है। इससे बकरी पालकों को भारी नुकसान हुआ है।
जानकारी के अनुसार भेड़ पालक दुर्गम क्षेत्र डोडरा क्वार से करीब 35 लोगों की लगभग 1700 भेड़ व बकरियों को लेकर पौंटा साहिब की ओर जा रहे थे। गत देर रात जब यह गेजटा व भरोट गांव के समीप एक नाले से गुजर रहे थे तो रास्ते के टूटा हुआ होने के कारण बकरियां क्लबर्ट में एक के ऊपर दूसरी गिरती चली गई। 15 दिन पहले भी इसी जगह गिरने से 65 बकरियों की मौत हो गई थी।
इन बकरियों की मौत का कारण सड़कें बनने के चलते पारम्परिक पुराने रास्तों का समाप्त होना भी रहा। इन भेड़ पालकों ने बताया कि यहां नाले से एक पुराना रास्ता होता था, जिससे वह हर साल भेड़ बकरियों को लेकर जाते हैं। लेकिन वहां से सम्पर्क सड़क निकलने के कारण पारम्परिक रास्ता खराब हो गया। रात के अंधेरे में इन्हें रास्ते के खराब होने का पता नहीं चला तथा जब भेड़ पालकों के पीछे भेड़ और बकरियां वहां से गुज़री तो भेड़ पालक तो वहां से निकल गए लेकिन भेड़ व बकरियां गिरती चली गई। इस दौरान भेड़ पालकों ने बकरियों को रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन वह सभी को नहीं रोक पाए। इस हादसे में भेड़ पालकों को भारी नुकसान हुआ है।
ग्राम पंचायत थाना के प्रधान बोबी ने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने रास्ते को जालियों से बंद कर दिया है।