शिमला : हिमाचल प्रदेश में उपचुनावों में राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों को कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना होगा। इसके उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत एफ आई आर दर्ज करने के साथ साथ चुनाव प्रचार पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासु ने आज पत्रकार वार्ता में कहा कि outdoor -indoor जनसभाओं, घर-घर प्रचार, नुक्कड़ सभाओं में कोविड एसओपी में कोताही बरतने को गम्भीरता से लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि उपचुनावों के लिए केंद्र से 6 कम्पनियां पैरा मिल्ट्री फोर्स की बटालियन मिली है। इनमें से 2 बटालियन जिला मंडी तथा जिला कुल्लू, शिमला, सोलन, चम्बा व कांगड़ा में एक-एक कम्पनी की तैनाती की गई है। यह ईवीएम की सुरक्षा के साथ साथ क्रिटिकल पोलिंग स्टेशनों में डियूटी देंगे। उपचुनावों में चारों हलकों में 2796 कुल पोलिंग बूथ है जिसमें 48 क्रिटिकल 267 वनरेबल व 2482 सामान्य पोलिंग बूथ हैं।
50 फीसदी पोलिंग बूथ पर होगी वेबकास्टिंग
उपचुनावों में चारों हलकों में 50 फीसदी पोलिंग बूथों पर वेबकास्टिंग होगी। यानि वोटिंग की 1397 बूथों पर लाइव वीडियो ग्राफी होगी। इसका लाइव मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में देखा जा सकेगा।
उपचुनावों में 15.30 लाख करेंगे वोटिंग
हिमाचल में 30 अक्तूबर को हो रहे उप चुनावों में 15.30 लाख वोटर अपने मतों का प्रयोग करेंगे। इसमें 13 लाख वोटर मंडी संसदीय क्षेत्र, 87000 फतेहपुर विधानसभा, 92600 अर्की व 71000 जुब्बल कोटखाई हल्के में कुल वोटर है।
उपचुनावों में 80 साल से ऊपर की उम्र वाले व डिसेबल 12729 वोटरों ने पोस्टल बैलेट पेपर से मतदान करने का चुनाव किया है। इसमें 11709 मंडी, 786 अर्की, 493 फतेहपुर व 750 वोटरों ने जुब्बल कोटखाई में पोस्टल बैलेट से मतदान करने की ऑप्शन दी है।
उपचुनावों में विधानसभा में 30.80 लाख रुपये व संसदीय क्षेत्र में 70.70 लाख रुपए खर्च करने की सीमा निर्धारित की है। प्रत्याशियों को रोज़ाना खर्च का ब्यौरा ऑब्ज़र्वर को देना होगा।
कहां कितने नए वोटर
उपचुनावों में मंडी संसदीय क्षेत्र में 32077 वोटर पहली बार मतदान करेंगे। इसी तरह फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में 2069, अर्की में 2564 तथा जुब्बल कोटखाई में 1595 वोटर पहली बार मतदान करेंगे।