हमीरपुर: नगर परिषद हमीरपुर के कचरा ट्रीटमेंट प्लांट दगनेड़ी में अग्निकांड सामने आया है। आग लगने से 80 लाख के लागत की मशीनें और अन्य संपत्ति जलकर राख हो गई है। शनिवार को दोपहर पौने चार बजे के करीब शॉर्ट सक्रिट के कारण यह आग लगी है। कर्मचारियों के मुताबिक कचरे से प्लास्टिक अलग करने वाली ट्रोमल मशीन के साथ लगती बिजली की लाइन पर बंदर चढ़ा था जिस वजह से यहां पर शॉर्ट सक्रिट हुआ और कचरे ने आग पकड़ ली। यहां के ऊपर से गुजरने वाली थ्री फेज लाइन की चपेट में बंदर के आने से हुए शॉर्ट सर्किट के कारण चिंगारी नीचे कूड़े पर पड़ गई। इस कारण आग लग गई।
कूड़े में आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते प्लांट की मशीनरी की ओर भी आग पहुंच गई। इस दौरान यहां तैनात कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई और चार में से दो मशीनों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। जबकि एक बेलिंग और एक ट्रोमल मशीन आग की भेंट चढ़ गई। वहीं, दमकल विभाग, स्थानीय ग्रामीण और नगर परिषद के कर्मचारी देर शाम तक आग पर काबू पाने में लगे रहे. दगनेड़ी स्थित ट्रीटमेंट प्लांट में शनिवार दोपहर बाद पौने चार बजे आग लग गई. स्थानीय ग्रमीणों ने प्लांट से आग व धुआं उठता देख दमकल विभाग को इसकी सूचना दी। मौके पर दमकल विभाग की टीम ने अगा को बुझाने के प्रयास शुरू किए, लेकिन विभाग की एक बड़ी गाड़ी से आग पर काबू नहीं पाया जा सका। दूसरी गाड़ी देर शाम तक आग बुझाने में जुटी रही और आग पर काबू पाया. इस दौरान कर्मचारियों ने बाल्टियों से भी आग पर काबू पाया।
एनजीटी में नियमों का उल्लंघन करने के चलते नगर परिषद हमीरपुर लंबे समय से विवादो में चल रही है. वहीं, यहां पर आग लगने के कारण शनिवार को स्थानीय ग्रामीणों और एनजीटी में शिकायत करने वाले लोगों ने इस घटना के बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को सूचित कर दिया है। शिकायतकर्ता रीता शास्त्री का कहना है कि यहां पर लगातार नियमों की अनदेखी हो रही है। आग लगने से संपत्ति के साथ पर्यावरण का नुकसान हुआ है. वहीं, जब इस बारे में नगर परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष मनोज मिन्हास ने कहा कि अग्रिकांड से ट्रीटमेंट प्लांट की मशीनरी, शेड व अन्य उपकरण व सामन जला है. इससे 80 लाख रुपये के लगभग नुकसान होने की आशंका है। बिजली की थ्री फेज लाइन की चपेट में आए बंदर के कारण यह हादसा हुआ है। उन्होंने कहा कि आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है।