शिमला : कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, शर्मा ने आश्वासन दिया है कि वह कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार में भाग लेंगे। उन्होंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में ये इस्तीफा दिया है।
दिग्गज गुलाम नबी आजाद द्वारा जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष की भूमिका को स्वीकार करने से इनकार करने के कुछ दिनों बाद, वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने रविवार को इस साल के अंत में राज्य चुनावों से पहले 26 अप्रैल को गठित हिमाचल कांग्रेस संचालन समिति के अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा दे दिया है।
जी-23 नेताओं में शामिल रहे आनंद शर्मा अप्रैल 2022 में स्टीयरिंग कमेटी के अध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। पैनल में उनका नाम आने के बाद कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई थीं।
69 वर्षीय शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में उन उदाहरणों का हवाला दिया जिसमें उन्हें हिमाचल प्रदेश में महत्वपूर्ण चुनावी रणनीति की बैठकों के बारे में सूचित भी नहीं किया गया था और कहा था, ‘मेरा स्वाभिमान गैर-परक्राम्य है। शर्मा ने हालांकि पत्र में कहा कि वह पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में कांग्रेस के पूर्व उपनेता अपने समर्थकों को जुटाने के लिए मंगलवार से हिमाचल प्रदेश के चार दिवसीय दौरे पर हैं।
आनंद शर्मा पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी रहे हैं। इस साल हिमाचल में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में आनंद शर्मा की हाईकमान से नजदीकियों से जोड़कर समीकरण में बदलाव देखा जा रहा था। अब आनंद शर्मा के इस्तीफे ने पार्टी नेताओं को चौंका दिया है तथा इसने हिमाचल की सियासत को भी गरम दिया है।
हिमाचल में आगामी चुनावों में 5711969 मतदाता अपने मताधिकार का करेंगे प्रयोग
दिव्यांगजन मतदाताओं की संख्या में वर्ष 2019 के मुकाबले 52.63 प्रतिशत की वृद्धि : मनीष गर्गशिमला : मुख्य निर्वाचन अधिकारी...
Read more