शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में घमासान जारी है। राम लाल ठाकुर के बाद अब सुभाष मंगलेट (Subhash Manglet ) ने अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़े किए हैं। चुनावों को लेकर कांग्रेस द्वारा सभी विधानसभा क्षेत्रों का सर्वे करवाए जा रहे है। उसी आधार पर टिकट देने के लिए दिल्ली में आज कांग्रेस की बैठक हुई, लेकिन कांग्रेस के पूर्व विधायक ने ही इस सर्वे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। चौपाल से कांग्रेस के पूर्व विधायक सुभाष मगलेट ने कांग्रेस के नेताओं पर अपने रिश्तेदार को ही सर्वे करवाने के काम देने के आरोप लगा दिए।
सुभाष मगलेट ने कहा कि कांग्रेस द्वारा इन दिनों उम्मीदवारों को लेकर सर्वे करवाए जा रहे हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि कुछ कांग्रेस के एक बड़े नेता ने अपने ही भांजे को सर्वे का काम दिया है, जो हिमाचल सहित चौपाल में भी सर्वे कर रहे हैं। प्रदेश में अपने नेताओं को आगे करने के लिए फर्जी सर्वे किए जा रहे है, जोकि पार्टी के आंखों में धूल झोकने का काम किया जा रहा है। इन सर्वे को कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी में भी रखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले उत्तराखंड में भी ऐसा ही हुआ था। जब वे दो जिलों के ऑब्जर्वर थे तो कुछ नेताओं ने सर्वे को मैनिज करवाया और जो जितने वाले उम्मीदवार थे उन्हें सर्वे में पीछे बता कर दूसरे को टिकट दी गई जिससे वहां पर कांग्रेस हार गई। सुभाष मगलेट का कहना है कि उत्तराखंड जैसी स्थिति हिमाचल में न हो इसके लिए सही सर्वे किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि यहां भी कुछ नेता अपने लोगों को एडजस्ट करने के लिए सर्वे मैनेज करवा रहे हैं, जबकि राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी राहुल गांधी ने विश्वास करके सर्वे का काम दिया है। ताकि टिकट आवंटन सही तरीके से हो और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने। लेकिन कुछ नेता उनकी आंखों में धूल झोकने का काम कर रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस का टिकट आवंटन सही नहीं होगा। उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ऐसी टीम सर्वे करवाने के लिए भेजने का आग्रह किया जो न तो प्रदेश नेताओं को जानते हो न ही जो प्रभारी लगाए गए हैं उन्हें जानते हो। ताकि प्रदेश में सही टिकट आवंटन हो सके। ऐसे में यदि पार्टी हाईकमान व शीर्ष नेतृत्व समय पर नहीं जागा तो हिमाचल भी कांग्रेस के हाथ नहीं आएगा।