शिमला : आज करुणामूलक संघ के आईटी सेल पदाधिकारी गुलशन वह टीम सुमित,वीरेंद्र,सुनील विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार से उनके निवास स्थान ननाओ मे मिले ब उनको मांग पत्र सोम्पा और बजट सत्र में करुणामूलक नौकरी बहाली की मांग को प्रमुखता से उठाने हेतु भी उनसे आग्रह किया l
करुणामूलक संघ के आश्रित गुलशन कुमार का कहना है कि 203 दिन के आसपास करुणामूलक संघ हिमाचल प्रदेश को शिमला में क्रमिक भूख हड़ताल को हो चुके है लेकिन सरकार अभी तक सुध बुध लेने नही पहुंची है जबकि क्लास-D हेतु सरकार ने कैबिनेट की मोहर के बाद नोटिफिकेशन भी निकाल दी है लेकिन अभी भी किसी की नियुक्ति नही हो पाई है, जबकि क्लास-C का अभी भी पेंडिंग ही है, करुणामूलक संघ के सभी आश्रितों का कहना है कि जब तक सरकार क्लास-C के मुद्दे को कैबिनेट में लाकर व राहत नहीं देती करुणामूलक संघ का संघर्ष ऐसे ही चला रहेगा
बता दे कि करुणामूलक आश्रितों में सरकार के प्रति काफी रोष है, और उनका कहना है कि आने वाले समय में अगर सरकार उनके लिए राहत नही देती है तो करुणामूलक संघ की भूख हड़ताल ऐसे ही चली रहेगी इसके अलावा आंदोलन उग्र व तेज होगा. और आने वाले समय में विधान सभा चुनाव में प्रदेश भर के करुणामूलक आश्रित सरकार को मुँह तोड़ जवाब देंगे
मुख्य मांगे:-
1) समस्त विभागों, बोर्डों, निगमों में लंबित पड़े करुणामूलक आधार पर दी जाने वाली नोकरियों में Class-C के केसों को आगामी कैबिनेट में लाया जाए व उनको छठे वेतन आयोग से पहले One Time Settlement के तेहत सभी को एक साथ नियुक्तियाँ दी जाएं |
2) क्लास-C में जितने भी मामले आ रहे है उन्हे योग्यता के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में नियुक्तियाँ दी जाए ताकि कलर्क के पद पर ज्यादा बोझ न पड़े और जिन करुणामूलक आश्रितों की योग्यता Technical Education में है उनको उसी श्रेणी में नौकरी दी जाए |
3) पॉलिसी में संशोधन किया जाए जिसमें 62500 एक सदस्य सालाना आय शर्त व 5% कोटा शर्त को हटाया जाये |