शिमला : अभिनेत्री कंगना रनौत को आजादी मिलने वाला बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। कंगना के बयान सभी जगह निंदा हो रही है। कंगना ने पद्मश्री मिलने के बाद एक टीवी शो के दौरान कहा था कि 1947 में भीख मिली थी, आजादी तो 2014 में मिली है। कंगना के इस बयान के बाद कंगना से पद्मश्री सम्मान वापस लिए जाने की मांग भी उठ रही है। इसी बीच कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने एक पोस्ट किया और उसमें उन्होंने कंगना से कहा है कि कंगना जी एक मात्र संघ परिवार से संबंधित व्यक्ति का नाम बता दें जिन्होंने आजादी में अपनी जान की कुर्बानी दी थी।
जगदीश कश्यप की दो पुस्तकों ….. कहानी संग्रह “उम्मीद” और कविता संग्रह “सच कह दूं तो चलूं” का लोकार्पण
शिमला : हिमालय साहित्य संस्कृति एवं पर्यावरण मंच द्वारा हिमाचल भाषा कला संस्कृति अकादमी के सहयोग से आज शिमला के...
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