शिमला : हिमाचल प्रदेश में अब स्कूलों व कालेजों में छात्र किसी भी तरह की हिंसा/ अनुशासनहीनता नहीं कर पाएंगे। हिंसा करने वाले हुड़दंगी छात्रों पर अब कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से आदेश जारी किए गए हैं।
इन आदेशों में साफ तौर पर कहा गया है कि स्कूल व कॉलेज में कुछ छात्रों की अनुशासनहीनता के कारण पढ़ाई का माहौल खराब हो रहा है। स्कूल व कॉलेज प्रशासन भी ऐसे छात्रों पर की गई कार्यवाही की रिपोर्ट निदेशालय को समय पर नही भेजता है।
इसे देखते हुए निदेशालय ने सभी स्कूल व कॉलेज में अनुशासन समिति का गठन करने के आदेश जारी किए हैं। ये समिति अनुशासन तोड़ने वाले छात्रों पर नियमों के अनुसार कार्रवाई करेगी। साथ ही सभी प्रधानाचार्यों व उप निदेशकों को ये आदेश जारी किए हैं कि वह अपने अधीन आने वाले संस्थानों में इस तरह का माहौल तैयार करें कि स्कूल व कॉलेज में हिंसा या अन्य अनुशासनहीनता न करे। इसके लिए वे पीटीए/एसएमसी की सहायता भी ले सकते हैं।
जारी आदेशों में स्पष्ट तौर से कहा गया है कि स्कूल व कॉलेज में अनुशासन बनाए रखना संस्थान के मुखिया, अनुशासन समिति व अध्यापकों की जिम्मेदारी है। यदि संस्थान में इस तरह की घटना होती है तो इसके लिए सम्बंधित संस्थान का मुखिया जिम्मेदार होगा। साथ ही इन आदेशों को गम्भीरता से लेने की भी हिदायत दी गई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से शिक्षण संस्थानों में छात्रों द्वारा हिंसा करने व अनुशासन तोड़ने के मामलों में एकाएक बढ़ोतरी हुई है। कुछ दिन पूर्व अर्की में एक स्कूली छात्र की बेहरहमी से पिटाई कर दी थी। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इसके अलावा कॉलेजों में भी आए दिन हिंसा के समाचार आते रहते हैं। इस आदेश के सख्ती से लागू होने पर इन हिंसा करने वाले छात्रों पर लगाम लगेगी।