शिमला : हिमाचल स्कूल प्राध्यापक संघ जिला बिलासपुर के प्रधान नरेश ठाकुर, राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश कौंडल, राजेश शर्मा, भूपेंद्र ठाकुर ,बलवन्त ठाकुर, सुशील चन्देल , हेमराज संख्यान ,अश्वनी राणा, सुरेंद्र सिंह रनौत ,यशपाल शर्मा , राजीव चौधरी, संजीव कौशल, राजेंद्र चंदेल, सुभाष चंद, महेंद्र , कांत,राज कुमार, विकास चौहान ,अमित कौशल ,हरविंद्र, राधे श्याम, गुरमीत, कमल देव, सुरेंद्र धीमान, अखिलेश, विजय शर्मा, जगदीप ठाकुर, पवन ठाकुर ,अरविन्द,गुलशन,सुरेश कुमार,नरेश कुमार,संजीव कुमार, जिला महिला विंग मुख्य सलाहकार पूजा शर्मा , नीलम कुमारी ,मेघा चौहान ने सयुंक्त बयान जारी करते हुए सवाल उठाया है कि अनुबंध से नियमित हुए प्रवक्ताओं को आखिरकार कब न्याय मिलेगा❓ हाल ही में हिमाचल वित्त विभाग ने नए वेतनमान की जो अधिसूचना जारी की है उससे सबसे ज्यादा नुकसान,अपमान व अन्याय इन्हीं प्रवक्ताओं के साथ हुआ है। सबसे पहले 8 साल के अनुबंध का दंश झेलने के बाद जब नियमित हुए तो पंजाब में पे रिवीजन 2011 में हुआ, हिमाचल सरकार ने 2012 में उस पे रिविजन में अपने मनगढंत तरीके व हिसाब से बदलाव किए। 2012 के पे रिवीजन से इनिशियल स्टार्ट की जगह मिनिमम ऑफ पे बैंड का झुनझुना थमा दिया जबकि पंजाब में ऐसे प्रवक्ताओं को 2011 से इनिशियल स्टार्ट 20300 दिया गया । आठ साल अनुबंध पर काम करने के बाद भी उन्हें लोअर ग्रेड पे 4200 दिया गया और हायर ग्रेड पे 5400 पाने के लिए दो साल की शर्त और थोप दी गई , ये दोनो शर्तें असंवैधानिक है । और रही सही कमर अब इस नए फरमान ने तोड़ दी। स्कूल प्राध्यापक संघ के पदाधिकारियों ने दो टूक शब्दों में स्पष्ट किया है कि पंजाब के 2011 पे रिवीजन में इस तरह की कोई शर्त नहीं है इसलिये इन शर्तों का कोई आधार ही नहीं बनता था क्योंकि हिमाचल में प्रवक्ता पहले ही 8 साल कार्य कर चुके थे । इन दोनों असंवैधानिक शर्तों के खिलाफ हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ ने सरकार के पास अगणित ज्ञापन सौंपे पर तत्कालीन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंगी और अब नकारात्मक रवैये से कुंठित होकर प्रवक्ता संघ ने न्याय के लिये माननीय कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है । प्रवक्ता संघ इन असंवैधानिक शर्तों को हटवाने के लिये संघर्षरत है ।
संघ सरकार से मांग करता है कि 2012 से जो दो साल के प्रोबेशन पीरियड की जो शर्त लगाई है उसे तुरंत हटाया जाए और इसके साथ ही 2012 से पंजाब के सामान इनिशियल स्टार्ट दिया जाए, ताकि इन सभी प्रवक्ताओं के हितों के साथ कुठाराघात न हो। इन प्रवक्ताओं को दोनों
फैक्टर 2.59 और 2.25 का लाभ तुरंत प्रभाव से मिल सके । जिला अध्यक्ष नरेश ठाकुर ने बताया कि जो प्रवक्ता 2012 में हायर ग्रेड पे 5400 लेने की वजह से एसीपी का बेनिफिट नहीं ले पाए थे लेकिन अब अपनी फिक्सेशन लोअर ग्रेड पे पर करवा रहे हैं और हायर ग्रेड पे को छोड़ रहे हैं ऐसे प्रवक्ताओं को उनके एसीपी का लाभ तुरंत बहाल किया जाए ।