पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा में 116 आरोपी अभ्यर्थी नहीं बैठ सकेंगे
धारा 420 को गैर जमानती अपराध बनाया जाएगा।
शिमला : हिमाचल पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में एस आई टी चार्जशीट तैयार कर 7 दिनों के अंदर कोर्ट में पेश करेगी। इसके अलावा एसआईटी इस मामले में अब तक 171 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। एसआईटी ने पेपर लीक के मास्टर माइंड शिव बहादुर सिंह को उत्तर प्रदेश की एसटीएफ की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा में 116 आरोपी अभ्यर्थी नहीं बैठ सकेंगे। ये बात डीजीपी संजय कुंडू ने सोमवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में कही।
हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में कांस्टेबलों (पुरुष एवं महिला) और ड्राइवरों के पदों के लिए पूरे राज्य में 3 जुलाई को दोपहर 12 से 1:00 बजे तक लिखित परीक्षा होगी। इससे पहले यह परीक्षा गत 27 मार्च को आयोजित की गई थी। पेपर लीक होने के कारण प्रदेश सरकार ने इसे रद्द कर दिया था।
डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि मास्टर माइंड शिव बहादुर सिंह के साथ ही पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में पकड़े गए लोगों का काम पेपर लीक करना है। इस काम में वह प्रोफेशनल हैं। इनमें हिस्ट्रीशीटर, इंजीनियर से लेकर ट्रांसपोर्टर का काम करने वाले लाेग शामिल हैं। कुंडू ने बताया कि पेपर लीक मामले में अब तक 171 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि अभी भी जांच चल रही है।
उन्होंने बताया कि कांस्टेबल पेपर लीक की अहम कड़ी वॉट्सऐप चैट थी। ये वॉट्सऐप चैट बीते 24 मार्च काे हुई थी, जबकि चैट को रिजल्ट आने के बाद यानी अप्रैल के पहले सप्ताह में वायरल किया गया। अर्की के एक युवक को पेपर खरीदने का ऑफर मिला था। लेकिन, उसने पेपर नहीं खरीदा था। रिजल्ट आने पर जब युवक का मेरिट लिस्ट में नाम नहीं आया तो उसने वॉट्सऐप चैट सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थी।
उन्होंने बताया कि प्रिंटिंग प्रेस में पार्ट टाइम वर्कर सुधीर कुमार यादव ने मार्च में हिमाचल पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक किया था। इसके बाद पेपर को एक अन्य आरोपी गोरे लाल के माध्यम से गौतम कुमार भारती तक पहुंचाया गया। यह सब मास्टर माइंड शिव बहादुर सिंह के कहने पर किया गया। साथ ही ओखला दिल्ली में तैनात निजी सुरक्षा गार्ड गोरे लाल ने पेपर गौतम कुमार भारती को बेचा। गौतम कुमार ने पेपर अपने भाई भरत यादव को दिया। आरोपी सुबोध कुमार ही सुधीर यादव, गोरे लाल, भरत यादव और अरविंद कुमार के बीच प्रश्नपत्र पहुंचाने का माध्यम बना।
धारा 420 को गैर जमानती अपराध बनाया जाएगा
हिमाचल प्रदेश में आईपीसी की धारा 420 को गैर जमानती अपराध बनाया जाएगा। कानून में संशोधन करने के लिए पुलिस मुख्यालय प्रस्ताव बनाकर प्रदेश सरकार से सिफारिश करेगा। सोमवार को मीडिया से बातचीत में डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि अंग्रेजों के समय में आईपीसी की धारा 420 को लेकर गंभीरता से नहीं सोचा गया। आज देश में पेपर लीक मामला संगठित अपराध बन गया है।
धारा 420 जमानती है। आरोपी तीन साल बाद बाहर आ रहे हैं और फिर से इसी अपराध को अंजाम दे रहे हैं। गैर जमानती अपराध बनाए जाने से इसमें अंकुश लग सकेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में अब तक 171 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 116 अभ्यर्थी हैं। तीन जुलाई को होने वाली लिखित परीक्षा में अब ये 116 अभ्यर्थी नहीं बैठ सकेंगे।
पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) इसी सप्ताह पेपर लीक मामले में हाईकोर्ट में आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश करेगी। डीजीपी ने कहा कि पेपर लीक मामले में कई आरोपी सरकारी नौकरियों में भी कार्यरत हैं। जैसे-जैसे आरोपियों को पकड़ा जाएगा, उनके खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश की जाएगी।