शिमला : ऊना जिला के हरोली उप-मंडल के बाथू में एक पटाखा फैक्टरी में विस्फोट की वजह से अग्निकांड की घटना में आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। हादसे में 14 लोग घायल हुए हैं। इस मामले पर डीजीपी संजय कुंडू ने एसआईटी का गठन किया है। डीआईजी नॉर्थ रेंज सुमेधा द्धिवेदी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई है। कमांडेंट प्रथम आईआरबीएन बनगढ़ विमुक्त रंजन और एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर को एसआईटी का सदस्य बनाया गया है।
मंगलवार देर शाम पुलिस मुख्यालय की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में एसआईटी को मामले की पेशेवर जांच करने और पुलिस मुख्यालय को जांच की समय-समय पर रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए गए हैं।
गौर हो कि पटाखा फैक्टरी में विस्फोट होने से सात मजदूरों की झुलस कर मौत हो गई। हादसे में करीब एक दर्जन मज़दूर घायल हुए हैं। घायलों की हालत काफी गंभीर बतायी जा रही है।
पुलिस व फायर ब्रिगेड ने घटनास्थल पर पहुँच कर आग पर काबू पाया। पुलिस ने विस्फोट की जांच शुरू कर दी है। घटना से लोगों में काफी दहशत है। बताया जा रहा है कि उक्त फैक्टरी अवैध रूप से चल रही थी।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल राहत एवं पुनर्वास प्रदान करने तथा दोषियों के विरूद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जय राम ठाकुर ने इस दुःखद हादसे में मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता प्रदान करने की घोषणा की और पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती गंभीर रूप से घायल 11 लोगों को विशेष संदेशवाहक के माध्यम से 15-15 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं। इसी प्रकार ऊना अस्पताल में भर्ती तीन घायलों को पांच-पांच हजार रुपये प्रदान किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने इस घटना की जांच मंडलायुक्त के माध्यम से करने और उन्हें एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट जमा करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस अवैध पटाखा फैक्टरी को किराए पर भूमि देने के मामले की भी जांच की जाएगी।