शिमला : हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी के बीच स्क्रब टायफस के मामलों में भी इजाफा देखने को मिला है। सक्रब टाइफस पिस्सू के काटने से होने वाला बुखार है, जिसने आजकल प्रदेश के लोगों को तेज़ी से अपना शिकार बनाया हुआ है। यह बुखार खतरनाक जीवाणु ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नामक बैक्ट्रीरिया की वजह से फैलता है। इससे लिवर, दिमाग और फेफड़ों में कई तरह का संक्रमण होने का खतरा रहता है। हिमाचल प्रदेश में इस साल अब तक स्क्रब टाइफस के 648 मामले सामने आ चुके है। इस अवधि के दौरान 4382 टेस्ट किए गए थे। बड़ी बात तो यह है कि प्रदेश में अब तक स्क्रब टाइफस से छह लोगों की मौत भी हुई है।
वहीं प्रदेश में लगातार बढ़ रहे स्क्रब टायफस के मामलों के चलते स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड़ पर है। स्वास्थ्य विभाग लोगों को लगातार एहतियात बरतने की अपील कर रहा है।
नौणी और एचआईएल ने भारत में प्राकृतिक खेती को आगे बढ़ाने के लिए साझेदारी बनाई
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