शिमला : मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां बताया कि जिला सोलन स्थित नालागढ़ में प्रस्तावित मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेशकों के साथ आज 810 करोड़ रुपये के 15 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षरित किए गए। उन्होंने कहा कि मेडिकल डिवाइस पार्क परियोजना की लागत 350 करोड़ रुपये है, जिसमें भारत सरकार द्वारा पार्क में सामान्य वैज्ञानिक सुविधाओं को विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपये का सहायता अनुदान प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इस पार्क में संेटर फॉर इनोवशन एण्ड बायोडिजाइन, स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान चण्डीगढ़ का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भी होगा, जिसके लिए संस्थान के प्रधान अन्वेषक डॉ. वरेन्द्र गर्ग के साथ विस्तृत विचार विमर्श किया गया है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही उद्योग विभाग संस्थान के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य क्रियान्वयन एजेंसी एसआईए का प्रारूप तैयार किया जा चुका है, जो पार्क को विकसित करने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने पर्यावरण स्वीकृति और प्रोजैक्ट मनेजमेंट कन्सल्टेंसी के लिए पहले ही निविदा आमंत्रित कर ली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अब प्रौद्योगिकी और निवेश आकर्षित करने के लिए सहयोगी देश पर विचार कर रही है। इसके अलावा, मेडिकल डिवाइसेस पार्क के लिए देश और विदेश में उत्कृष्ट चिकित्सा उपकरण निर्माण के लिए विख्यात शहरों में निवेश आउटरीच आयोजित किया जाएगा।
निदेशक उद्योग एवं एचपीएसआईडीसी के प्रबन्ध निदेशक राकेश कुमार प्रजापति ने राज्य सरकार की ओर से आज जिला सोलन के नालागढ़ में समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए।
उन्होंने बताया कि हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों में डिस्पोजेबल सीरिंज, काडियक स्टेंट, मेडिकल कैथेटर, एक्सरे, ईईजी, ईएमजी, स्पाइरोमीटर, आईवीडी उत्पाद, ऑर्थोपैडिक इम्पलांट्स, रक्त बैंक उपकरण, ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, बीपी मॉनिटर, इलेक्ट्रॉनिक थर्मामीटर, ऑडियोलॉजी उत्पाद, आईसीयू वेंटिलेटर, एनेस्थीसिया मशीन, बेस्टिबुलर उत्पाद, बायो सिग्नल रिकॉर्डर, डायग्नोस्टिक उपकरण, ओटी उत्पाद, आईसीयू बिस्तर जैसे उत्पाद शामिल हैं। इनमें से अधिकतर प्रस्तावित निवेशक जिनके साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए गए हैं पहले से ही चिकित्सा उपकराणों के क्षेत्र में काम कर रहे हैं और निर्यात में भी योगदान दे रहे हैं।
मोहाली चिकित्सा उपकरण कलस्टर के 7-8 सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमियों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने भी इस पार्क में इकाई स्थापित करने में गहरी रूची दिखाई। उन्होंने विभिन्न समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। इस 70 करोड़ रुपये से स्थापित होने वाली इकाई में 300 व्यक्तियों को रोज़गार के अवसर प्रदान करने की क्षमता होगी।