शिमला: हिमाचल प्रदेश में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। राज्य के मंडी, कुल्लू, चंबा सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश हुई है। भारी बारिश से हुए भूस्खलन से में 19 लोगों की मौत और करीब 6 लोगों के लापता होने की भी सूचना है।
इस बरसात के मौसम में अब तक 233 लोगों की मौत हो चुकी है और कुल मिलाकर 15 लोग लापता हैं। पिछले 24 घंटों में भारी बारिश से 21 मवेशियों की जान भी चली गई है। बरसात से प्रदेश में 1200 करोड़ से अधिक का नुकसान आंका जा रहा है। प्रदेश में इस बार 316 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।
प्रधान सचिव राजस्व व आपदा ओंकार शर्मा के अनुसार प्रदेश में 34 से अधिक स्थानों से फ्लैश फ्लड की सूचना मिल रही है। इन सभी स्थानों पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
ओंकार शर्मा ने कहा कि पिछले 18 सालों में यह सबसे अधिक बारिश है। केवल 2010 और 2018 में सामान्य से अधिक बारिश हुई है. जिनमें मंडी, कुल्लू, बिलासपुर और चंबा में अधिक बारिश हुई है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 744 सड़कें बंद हुई हैं। इसके अलावा 179 पेयजल परियोजनाएं, 2000 विद्युत ट्रांसफार्मर, 14 मकान और 5 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसके अलावा एक 1 पुल भी तेज बहाव में बह गया है।
उधर प्रदेश सरकार ने इस आपदा को देखते हुए सचिवालय में आपात बैठक बुलाई. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी विभागों के आला अधिकारी मौजूद रहे। मुख्य सचिव ने राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया और आगामी निर्देश दिए। बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र ने आने वाले दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
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