शिमला : हिमाचल प्रदेश के शिमला में केंद्र सरकार के आठ साल पूरे होने का जश्न मनाया गया। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक महिला चित्रकार ने उनकी मां का स्केच भेंट किया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद पीएम जब लौट रहे थे तो उनकी नजर भीड़ में खड़ी एक लड़की पर पड़ी जिसने अपने हाथों में उनकी मां का स्केच पकड़ा था। पीएम ने तुरंत अपनी गाड़ी को रुकवाया और भीड़ के बीच लड़की के पास पहुंचे। लडकी ने स्केच पीएम को भेंट किया। पीएम ने अपनी मां का स्केच स्वीकार करते हुए चित्रकार से उसका नाम पूछा।
दरअसल, हुआ कि रिज मैदान पर कार्यक्रम खत्म होने के बाद पीएम जब मॉल रोड से अपनी कार में लौट रहे थे तो एक युवती उनकी मां के पेंटिंग लिए खड़ी थी। इस पर पीएम मोदी ने अपनी कार रोक ली और युवती के पास पहुंच गए। पीएम ने युवती से उसका नाम पूछा और साथ कही कहा कि कितने दिन में यह पेंटिंग उन्होंने बनाई है। साथ ही पूछा- स्केच खुद बनाती हो, कितने दिन में बनाया और आप कहां रहती हैं। जवाब में लड़की ने कहा- मैं शिमला में रहती हूं और एक दिन में स्केच बनाया है। लड़की ने आगे कहा- साथ ही युवती ने कहा कि उसने, उनकी पेटिंग भी बनाई है, जो डीसी को दी गई थी। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने लड़की के सिर पर हाथ रख उसे आशीर्वाद दिया और अपनी कार में बैठ गए। जानकारी के अनुसार शिमला के टूटीकंडी में रह रहीं हरियाणा के रेवाड़ी की चित्रकार अनु यादव ने पीएम मोदी की मां का स्केच बनाया था। अनु ने बताया कि उन्हें पीएम को उनकी मां का स्केच भेंटकर बहुत खुशी हुई है।
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चंबा का मेटल र्वक, कांगड़ा की पेटिंग के लोग आज भी दीवाने हो जाते हैं। सरकार का यही मकसद है कि हिमाचल के उत्पादों की दुनियाभर में डिमांड हो। काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारी और सुरक्षा कर्मी कुल्लू में महिलाओं के स्वंय सहायता समूहों द्वारा बनाई गई पूहलें पहन रहे हैं।
क्या दीपक आज भी जाखू पैदल जाता है?
जयराम ठाकुर ने कहा कि हम जानते हैं कि प्रधानमंत्री का हिमाचल से नजदीकी संबंध रहा है। आज जैसे ही प्रधानमंत्री अनाडेल मैदान पहुंचे तो उनसे शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने जाखू मंदिर जाने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि जाखू जाने का मन तो ठीक है, पर यह बताएं कि क्या दीपक आज भी जाखू पैदल जाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का भाजपा के एक आम कार्यकर्ता को नाम से स्मरण बताता है कि वह धरातल से कितने जुड़े।