पिछले साल 3 अक्तूबर को प्रधानमंत्री ने किया था इसका लोकार्पण
अभी तक 6.60 लाख वाहन गुजर चुके हैं सुरंग से
प्रतिदिन औसतन 2319 वाहन गुजरे टनल से लाहौल घाटी में पर्यटन व्यवसाय में भी हुई काफी वृद्धि
शिमला : सामरिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण अटल टनल रोहतांग को लोगों को समर्पित किए एक साल हो गए हैं। यानि एक साल पूर्व आज के ही दिन अर्थात 3 अक्तूबर, 2020 को प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने अटल टनल रोहतांग का लोकार्पण किया था, जो एक मील का पत्थर साबित हुआ है । सामरिक महत्व की अटल टनल रोहतांग जो करीब 9.02 किलोमीटर लम्बी टनल है ,एक बेहतर इन्जिनियरिगं का एक नमनूा है। इस टनल से जहां सर्दियों में करीब 04 से 05 माह तक शेष दुनिया से सड़क मार्ग बन्द हो जाने के कारण आवागमन हेतु कट जाने वाली लाहौल घाटी अब पूरे वर्ष भर आवागमन हेतु खुली होती है तो वहीं इस टनल निर्माण से लाहौल घाटी के पर्यटन व्यवसाय में भी काफी वृद्धि हुई है। टनल का देखने लाखों सैलानी पहुंचे। राजनीतिक व अन्य कई बड़ी हस्तियां भी अटल टनल को देखने पहुंची।
पुलिस विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 में अटल टनल रोहतांग के लोकार्पण होने तक जहां 1,63,053 वाहनों का आवागमन दर्ज किया गया था वहीं टनल के लोकार्पण के बाद वर्ष 2020 के अन्तिम तीन माह में ही 1,40,128 वाहनों का आवागमन दर्ज किया गया ।
वर्ष 2021 में 02 अक्टूबर, 2021 तक 5,18,959 वाहनों का आवागमन दर्ज किया गया है। इस प्रकार अटल टनल रोहतांग के लोकार्पण के एक वर्ष के अन्दर कुल 6,59,087 वाहनों का आवागमन दर्ज किया जा चुका है। इस अवधि में अधिकतम वाहनों का आवागमन जुलाई 2021 में दर्ज किया गया है जो 1,22,090 है। इस टनल से गत एक साल में प्रतिदिन औसतन 2319 गुजरे।
इसके साथ ही जिला पुलिस ने वाहन चालको व पर्यटकों से सड़क सुरक्षाके मद्दनेजर मोटर वाहन नियमों के अनुरूपवाहन चलाने हेतु अपील की है। यातायात प्रबन्धन के सन्दर्भ में जिला में यातायात पुलिस के अतिरिक्त ITMS (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) भी स्थापित कर आवश्यक व्यवस्था की है। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश पुलिस लगातार 24*7 टनल की सुरक्षा और टनल से निर्बाध ट्रैफिक मूवमेंट सुनिश्चित कर रही है।इसके अलावा हिमाचल प्रदेश पुलिस टनल क्षेत्र में आपदा प्रबंधन भी कुशलता से सुनिश्चित कर रही है।