शिमला : सुर साम्राज्ञी, स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी हालत काफी नाजुक थी। उन्हें दोबारा वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था। गायिका को आठ जनवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बता दें कि लता मंगेश्कर 92 साल की हैं और उन्हें उम्र से संबंधी अन्य समस्याएं भी हैं।
लता मंगेशकर का इलाज कर रहे डॉक्टर प्रतीत समधानी ने समाचार एजेंसी को बताया था कि लता जी की तबीयत फिर से बिगड़ गई थी। उन्हें वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया था। डॉक्टर्स की एक टीम उनकी लगातार निगरानी कर रही थी। लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को इंदौर में हुआ था। वह भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थीं। जिनका छह दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फिल्मी और गैर-फ़िल्मी गीत गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। अपनी बहन आशा भोंसले के साथ लता जी का फ़िल्मी गायन में सबसे बड़ा योगदान रहा है। लता की जादुई आवाज के भारतीय उपमहाद्वीप के साथ-साथ पूरी दुनिया में दीवाने हैं। लता दीदी को भारत सरकार ने ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया है।
लता का जन्म इंदौर में हुआ था लेकिन उनकी परवरिश महाराष्ट्र मे हुई थी। वह बचपन से ही गायक बनना चाहती थीं. पिता की मृत्यु के बाद (जब लता सिर्फ़ तेरह साल की थीं), लता को पैसों की बहुत किल्लत झेलनी पड़ी और काफी संघर्ष करना पड़ा था। उन्हें अभिनय बहुत पसंद नहीं था लेकिन पिता की असामयिक मृत्यु की वज़ह से पैसों के लिये उन्हें कुछ हिन्दी और मराठी फ़िल्मों में काम करना पड़ा था। उन्होंने काफी संघर्ष के बाद संगीत की दुनिया में एक अलग मुकाम बनाया था। लता दीदी के निधन से आज पूरे देश में शोक की लहर है।
राष्ट्रपतिउनके निधन से पूरा देश शोक मना रहा है. कई बड़ी हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि लता जी का निधन मेरे लिए हृदयविदारक है. जैसा कि दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए है। उनके गीतों की विशाल श्रृंखला में, भारत के सार और सुंदरता को प्रस्तुत करते हुए, पीढ़ियों ने अपनी आंतरिक भावनाओं की अभिव्यक्ति पाई। उनकी उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी
पीएम मोदीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त कर कहा कि मैं शब्दों से परे पीड़ा में हूं। दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं। वे हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है, जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी।
गांधीकांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दुख जताते हुए कहा कि लता मंगेशकर जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। वे कई दशकों तक भारत की सबसे प्रिय आवाज बनी रहीं। उनकी सुरीली आवाज अमर है और उनके प्रशंसकों के दिलों में गूंजती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपने सुर से न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया। संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने कहा कि मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि समय-समय पर मुझे लता दीदी का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। अपने अतुलनीय देशप्रेम, मधुर वाणी और सौम्यता से वो सदैव हमारे बीच रहेंगी। उनके परिजनों व असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ॐ शांति शांति।
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