शिमला : राजधानी शिमला में डाउनडेल से दिवाली की रांत लापता 6 साल के मासूम के अवशेष तीसरे दिन साथ लगते जंगल में मिले हैं। दिवाली की रात तेंदुआ बच्चे को उठा ले गया था, जिसके अवशेष आज रामनगर जंगल में नाले के पास मिले हैं। हालांकि, पुलिस के अनुसार फोरेंसिक विशेषज्ञ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इस पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि क्या सभी अवशेष गायब बच्चे के हैं या किसी और के। योगराज पुत्र केदारनाथ डाउनडेल में मंदिर के पास बने एक कच्चे मकान में परिवार के साथ रहता था।
गुरुवार रात आठ बजे योगराज पड़ोसी के एक बच्चे के साथ घर के आंगन में खेल रहा था। दोनों फुलझड़ियां जला रहे थे कि अचानक किसी ने बच्चे को उठा लिया।पुलिस के अनुसार इसके साथ खेल रहे दूसरे चार साल के बच्चे ने चीखते हुए मां बबली को बताया कि कोई जानवर योगराज को उठा ले गया। मां ने आसपास के लोगों को बताया। पिता समेत आसपास के लोग तुरंत निचली ओर जंगल में दौड़े और बच्चे की तलाश शुरू की।
घर से थोड़ी दूर बच्चे की पेंट मिली जो फटी हुई नहीं थी। वहीं, खून के धब्बे भी मिले। एक घंटे तक जब बच्चे का पता नहीं चला तो लोगों ने पुलिस को सूचना दी। रात करीब 10 बजे वन्यजीव विभाग को सूचना दी गई। पुलिस और वन्यजीव विभाग की टीमों ने रात को सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन सुराग नहीं लगा। पुलिस ने एनएच किनारे चल रहे ढाबों में भी पूछताछ की। इसके बाद शुक्रवार को भी सर्च ऑपरेशन चला। अब तीसरे दिन बच्चे का शव जंगल से बरामद हुआ है। परिवार सोलन जिले के अर्की से संबंध रखता है। पिता चालक हैं।
याद रहे कि इससे पहले इसी साल चार अगस्त को तेंदुआ शहर के कनलोग एक बच्ची को उठा ले गया था। इसके बाद छह अगस्त को बच्ची का क्षतविक्षत सिर साथ लगते जंगल से बरामद किया गया था। शहर में इसी साल तेंदुए के दिखने और हमला करने की दो दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बावजूद वन विभाग एक भी तेंदुए को पकड़ नहीं पाया है। आज तक इस आदमखोर तेंदुए का भी कोई पता नहीं चला। वन विभाग ने कुछ दिन तो पिंजरा लगाया, फिर बाद में खाली रखकर छोड़ दिया।
डीएसपी हेडक्वार्टर कमल वर्मा ने बताया कि बच्चे का शव जंगल में मिला है। इसे घटनास्थल से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज़ा गया है ।