• Home
  • Breaking
  • Himachal
  • National
  • Employment
  • Religious
  • Helpline
  • Himachal Properties
  • Travel
  • घरेलू नुस्खे
Thursday, September 4, 2025
  • Login
Himachal Now
  • Home
  • Breaking
  • Himachal
  • National
  • Employment
  • Religious
  • Helpline
  • Himachal Properties
  • Travel
  • घरेलू नुस्खे
No Result
View All Result
  • Home
  • Breaking
  • Himachal
  • National
  • Employment
  • Religious
  • Helpline
  • Himachal Properties
  • Travel
  • घरेलू नुस्खे
No Result
View All Result
Himachal Now
No Result
View All Result
Home Religious

शिमला का कालीबाड़ी मन्दिर ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों में शामिल

Himachal Now by Himachal Now
July 28, 2021
in Religious, Travel
0
शिमला का कालीबाड़ी मन्दिर ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों में शामिल
0
SHARES
18
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

शिमला का कालीबाड़ी मन्दिर ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों में शामिल
पयर्टन नगरी शिमला का कालीबाड़ी मन्दिर ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों में शामिल है। ये समुद्र तल से 2100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है यह स्कैंडल पॉइंट से कुछ ही दूरी पर है मान्यताओं के अनुसार यह वह मंदिर है, जिसमें पाषण पत्थर की मूर्ति ‘‘श्यामला’’ स्थापित है। कहा जाता है कि इसी मूर्ति के नाम से ही शिमला का नामकरण हुआ है। मन्दिर पत्थर और सीमेन्ट से निर्मित है। श्रद्धालु मन्दिर के गर्भगृह में स्थापित मां दुर्गा की अष्टभुजा वाली मूर्ति के दर्शन करते हैं। इसी मूर्ति के दोनों ओर पाषाण श्यामला और चण्डिका की पत्थर की मूर्तियां रखी हैं। ये मूर्तियां सिन्दूर से लाल पीले रंग की हो गई हैं जिनका ऊपरी भाग चांदी से मढ़ा गया है। इनके समक्ष एक शिवलिग हैं। पश्चिमी दिशा की ओर नया शिव मन्दिर स्थापित किया गया है जिससे इस परिसर की शोभा और भी बढ़ जाती है। मन्दिर के समीप ही यात्रियों के लिए ठहरने की व्यवस्था की गई है। मन्दिर के संबंध में कई कहानियां प्रचलित हैं। इनमें से एक यह भी है 1823 ई. जिस जगह शिमला शहर बसा है और यह मन्दिर स्थित है उसे पूर्व में ‘‘श्यामला’’ गांव से जाना जाता था। गोरखा युद्ध के बाद जब अंग्रेजों द्वारा यहां अपना स्थायी कैम्प यहां स्थापित किया। कहा जाता है कि इस सर्वेक्षण टीम का नेतृत्व एक अंग्रेजी चीफ कर रहा था व इस टीम में बंगाली व्यक्ति भी शामिल थे। इस दौरान जब उन्होंने इस पहाड़ी पर भ्रमण किया तो एक पहाड़ी पर एक महात्मा को धुनी जलाए हुए देखा। जब वे इस महात्मा के पास पहुंचे तो उनहोंने देखा कि धुनी के साथ ही एक पत्थर की मूर्ति भी पड़ी है जिसकी वह महात्मा नियमित पूजा किया करता था। वे लोग दिनभर काम करने के बाद शाम को साधु के पास बैठने आया करते थे। एक दिन वह बीमार हो गया और कुछ दिनों बाद उसका निधन हो गया। जिसके पश्चात साधू के पास आने वाले उक्त लोगों ने साधु की जगह स्वयं उसकी उपासना प्रारम्भ कर दी। इसी दौरान एक अन्य पहाड़ी पर भी एक साधु उसी तरह की मूर्ति की पूजा किया करता था।
कहा जाता हैं कि यही मूर्ति उस दौरान श्यामला काली के नाम से जानी जाती थी जिससे इस गांव का नाम श्यामला था। किवदंतियों के अनुसार एक दिन एक अंग्रेज अधिकारी को यह स्थान पसन्द आ गया और उसने यहां एक भवन बनाने का निर्णय ले लिया। उसने साधु को वहां से हट जाने के लिए कहा लेकिन साधु ने मना कर दिया इस पर दो दिन बाद उसने साधु को कैद में डालकर उस प्रतिमा को यहां से उठवा कर नाले में फैंक दिया। अब अंग्रेज अधिकारी को उस दिन के बाद नियमित रात्रि भयंकर स्वप्न मिलने लगे। उसने यह बात अपने सर्वेक्षण दल से कही। उन्होंने यह अनुमान लगाया कि शायद यह सभी उस साधु के प्रकोप से न हो रहा हो। सर्वेक्षण चीफ ने जब अपना दल उस मूर्ति की तलाश में भेजा तो स्नोडन के नाले में उस मूर्ति के साथ साथ ड्यूटी चीफ की लाश भी पड़ी मिली जिसने उसे फैंका था। सभी इस चमत्कार से भयभीत हो गए और उन्होंने श्रद्धापूर्वक उस मूर्ति को उठाया और उसी स्थान पर रखा गया था वह वहां से लापता थी। इस तरह सर्वेक्षण टीम ने इन दोनों मूर्तियों को साथ रखकर उनकी पूजा भी की और वहां एक छोटा-सा मन्दिर भी बनाया। इस तरह धीरे-धीरे इसी मूर्ति के नाम पर ‘‘श्यामला’’ से यह ‘‘शिमला’’ बन गया।
उसके पश्चात तत्कालीन रियासतों के राजाओं ने भी यहां की इस घटना को जब सुना तो वे भी यहां आने लगे और स्वेच्छा से मन्दिर के लिए धन एकत्रित होना शुरू हो गया। पहले यह मन्दिर लकड़ी का बनाया गया और बाद में इसे पक्का बना दिया गया। 1900 में जयपुर के बंगाली भाइयों ने यहां जयपुर से बड़ी मूर्ति लाकर स्थापित कर दी। इस मन्दिर का नामकरण बंगाली भाइयों ने ही कालीबाड़ी किया है। बंगाली में बाड़ी शब्द घर के लिए प्रयुक्त किया जाता है इसलिए उन्होंने काली मां का निवास स्थल के लिए कालीबाड़ी नामकरण कर लिया। वैसे तो हमेशा ही यहां लोगों की भीड़ रहती है परन्तु मंगलवार तथा रविवार को असंख्य लोग माता के मन्दिर में आते हैं। नवरात्रों में यहां मेलों का आयोजन किया जाता है जिसमें बंगाली परम्पराएं रहती हैं आज यह मन्दिर देश-विदेश के सैलानियों के लिए भी श्रद्धास्थल है।

Previous Post

प्रधानमंत्री ने कोविड-19 पर धार्मिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया

Next Post

राष्टीय स्वास्थ्य स्वयं सेवक अभियान

Himachal Now

Himachal Now

Next Post
राष्टीय स्वास्थ्य स्वयं सेवक अभियान

राष्टीय स्वास्थ्य स्वयं सेवक अभियान

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

भूपेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने एनएचपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का पदभार संभाला
Himachal

भूपेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने एनएचपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का पदभार संभाला

by Himachal Now
September 4, 2025
0

शिमला: भूपेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने शेड्यूल-‘ए’ नवरत्न सीपीएसई एनएचपीसी लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का...

Read more
कुल्लू में ईट राइट मेला शुरू, मुख्यमंत्री ने किया शुभारम्भ

नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश भर में आपदा से जान गवाने वाले लोगों को दी श्रद्धांजलि, प्रकट किया शोक

September 3, 2025
जिला शिमला में कल भी रहेंगे स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थान बंद, अधिसूचना जारी…

जिला शिमला में कल भी रहेंगे स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थान बंद, अधिसूचना जारी…

September 2, 2025
कभी कांग्रेस का नारा था- “गली-गली कांग्रेस”, पर आज वही पार्टी “गाली वाली कांग्रेस” बन गई है : रणधीर

कभी कांग्रेस का नारा था- “गली-गली कांग्रेस”, पर आज वही पार्टी “गाली वाली कांग्रेस” बन गई है : रणधीर

September 1, 2025
दयार मोली में लैंड स्लाइड से तीन घरों को खतरा,

दयार मोली में लैंड स्लाइड से तीन घरों को खतरा,

September 1, 2025

Popular News

  • भुट्टी केंची में एक वाहन से 3 लोग चिट्टे के साथ गिरफ्तार

    भुट्टी केंची में एक वाहन से 3 लोग चिट्टे के साथ गिरफ्तार

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • बजट से आउट सोर्स, करुणामूल्क व एनपीएस कर्मचारियों को निराशा, 50 रुपए दिहाड़ी में बढ़ोतरी, अब दिहाड़ी हुई 350 रुपए, एक साल में 30 हजार नई नोकरी देगी सरकार…..

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • तेज रफ्तार का कहर ; शिमला-कुफरी मार्ग पर कार दुर्घटनाग्रस्त, 1 की मौत, दो घायल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • हिमाचल पुलिस के जवानों ने अपने साथी की मदद कर पेश की मिसाल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • फर्जी बिल पर दवाईयां बेचने के आरोप में कंपनी का मालिक व मनैजर गिरफ्तार

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
No Result
View All Result

Categories

  • Breaking
  • Election
  • Employment
  • Entertainment
  • Helpline
  • Himachal
  • Himachal Properties
  • Horticulture/Agriculture
  • National
  • Politics
  • Religious
  • states
  • Travel
  • Uncategorized
  • घरेलू नुस्खे

Browse by Category

  • Breaking
  • Election
  • Employment
  • Entertainment
  • Helpline
  • Himachal
  • Himachal Properties
  • Horticulture/Agriculture
  • National
  • Politics
  • Religious
  • states
  • Travel
  • Uncategorized
  • घरेलू नुस्खे

Recent News

भूपेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने एनएचपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का पदभार संभाला

भूपेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने एनएचपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का पदभार संभाला

September 4, 2025
कुल्लू में ईट राइट मेला शुरू, मुख्यमंत्री ने किया शुभारम्भ

नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश भर में आपदा से जान गवाने वाले लोगों को दी श्रद्धांजलि, प्रकट किया शोक

September 3, 2025
  • About Us
  • Privacy & Policy
  • Contact Us

© 2021 Himachal Now - Website Developed By Sharma InfoSys.

No Result
View All Result
  • Home
  • Breaking
  • Himachal
  • National
  • Employment
  • Religious
  • Helpline
  • Himachal Properties
  • Travel
  • घरेलू नुस्खे

© 2021 Himachal Now - Website Developed By Sharma InfoSys.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In