राज्यपाल की उपस्थिति में मनाया पश्चिम बंगाल का स्थापना दिवस
शिमला : राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों ने हर क्षेत्र में अपनी अलग पहचान कायम की है। स्वतंत्रता आंदोलन, आध्यात्म, कला के क्षेत्र से लेकर राष्ट्र निर्माण में यहां के लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
राज्यपाल आज शिमला के कालीबाड़ी हॉल में पश्चिम बंगाल राज्य के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर बोल रहे थे।
स्थापना दिवस की बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि पंश्चिम बंगाल की पहचान इसके गौरवशाली इतिहास, समृद्ध संस्कृति और साहित्य से है। अपनी समृद्ध विरासत और विविधता के साथ, इस राज्य ने सद्भाव और समावेशिता का एक बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि यह राज्य विभिन्न धर्मों, भाषाओं और संस्कृतियों के लोगों का घर है, और यही एकता हमारी ताकत भी है। उन्होंने कहा कि बंगाल भारतीय धर्म, कला, संस्कृति, अध्यात्म, दर्शन की भूमि भी रही है। यह मां भारती के अनेक सपूतों महान क्रांतिकारियों की भी जन्मभूमि रही है। स्वामी विवेकानंद, रवीन्द्रनाथ टैगोर, सुभाष चंद्र बोस, जगदीश चंद्र बोस, स्वामी रामकृष्ण परमहंस जैसे अनेक महान व्यक्तियों ने यहां जन्म लिया।
शुक्ल ने कहा कि साहित्य, कला और सिनेमा से लेकर विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान देने तक, पश्चिम बंगाल ने लगातार प्रगति की है और नए मानदंड स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा, काली पूजा जैसे सांस्कृतिक त्यौहार हमारी पहचान के प्रतीक बन गए हैं, जो न केवल इस राज्य में बल्कि पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि राजभवन के माध्यम से विभिन्न राज्यों के स्थापना दिवस को मनाने की एक पहल की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनेकता में एकता के जिस भाव से विभिन्न राज्यों के स्थापना दिवस मनाने की पहल की है वह पूरे भारत को एकता के सूत्र में बांधने में सहायक है। इन आयोजनों के पीछे का भाव केवल इतना है कि ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’’ की परिकल्पना को साकार करने के जो प्रयास किए जा रहे हैं उनमें हम भी भागीदार बन सकें। ये कार्यक्रम भी भारत की एकता का सशक्त उद्हारण है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी महान संस्कृति और रीति-रिवाज़ों पर गर्व करना चाहिए।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने कालीबाड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की तथा भगवान जगन्नाथ जी के पवित्र रथ यात्रा में शामिल हुए।
इस अवसर पर राज्यपाल ने समाज में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हिमाचल में रह रहे पश्चित बंगाल से संबंधित व्यक्तियों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर पश्चिम बंगाल की समृद्ध संस्कृति को दर्शाता सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
इससे पूर्व, कालीबाड़ी शिमला न्यास के ट्रस्टी एवं प्रधान श्री एन.के. बैनर्जी ने राज्यपाल का स्वागत किया।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कालीबाड़ी न्यास के पूर्व सचिव श्री कलोल प्रमाणिक ने कालीबाड़ी के ऐतिहासिक महत्व तथा पष्चिम बंगाल के स्थापना दिवस पर संक्षिप्त जानकारी दी।
सचिव राजेश शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. ए.आर. बासु, न्यास के सचिव सोमनाथ प्रमाणिक, न्यास के अन्य पदाधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
22 नई जल विद्युत परियोजनाओं के आबंटन के लिए प्रस्ताव आमन्त्रित
शिमला : हिमाचल प्रदेश में सरकार 22 नई जल विद्युत परियोजनाओं का आबंटन करने जा रही है, जिनकी कुल विद्युत...
Read more