पंडित शशिपाल ने प्रदेश में उपचुनाव को लेकर जता दी थी आशंका
विपक्षी दल में भी बन रहे परिवर्तन के योग: पंडित डोगरा
शिमला : वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष एवं प्रख्यात अंक ज्योतिषी पंडित शशिपाल डोगरा की एक और भविष्यवाणी हुई सच। पंडित डोगरा ने 22 अगस्त, 2021 को सोशल मीडिया के माध्यम से हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव होने पर आशंका जताई थी। चुनाव आयोग द्वारा हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव न करवाने की घोषणा के बाद पंडित शशिपाल डोगरा की एक और भविष्यवाणी सच साबित हुई है। उन्होंने कहा था कि अंक ज्योतिष के अनुसार अगर प्रदेश सरकार ने उपचुनाव करवाने में देरी की तो यह उपचुनाव टल भी सकते हैं। उन्होंने कहा कि राहु के 4 अंक के चलते हिमाचल प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियों भाजपा तथा कांग्रेस के लिए शुभ नहीं है। इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि नेताओं का अपनी वाणी पर संयम नहीं रहेगा। इसका उदाहरण हमें पिछले दो दिन पहले ही देखने व सुनने को मिला है। प्रदेश के बागवानी मंत्री द्वारा सेब बागवानों पर दिए बयान के बाद काफी हो हल्ला मचा। इसी के चलते शिमला जिला के ठियोग में बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर का घेराव किया गया तथा विरोध प्रदर्शन भी किया गया। अंक ज्योतिषी पंडित शशिपाल डोगरा की भविष्यवाणी को अगर देखें तो 22 अगस्त, 2021 को की गई उनकी भविष्यवाणी सटीक होती हुई नजर आ रही है। इससे पहले भी उन्होंने प्रदेश के प्रमुख घटनाक्रमों को लेकर उन्होंने अपने सोशल मीडिया एकाउंट के माध्यम से जनता को पहले ही आगाह किया था। जो समय समय पर सच साबित हुई है। पंडित शशिपाल डोगरा लगातार अपनी सटीक भविष्यवाणियों से प्रदेश में पहले ही कई बार हलचल मचा चुके हैं। उनकी सटीक भविष्यवाणियों के चलते प्रदेश के राजनीतिक और प्रशासनिक हमले में खलबली मची हुई है। पंडित डोगरा द्वारा अंक ज्योतिष के अनुसार की गई उनकी भविष्यवाणी का प्रदेश के चारों ओर चर्चा है। पंडित शशिपाल डोगरा समय-समय पर प्रदेश के दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं पर भी अपनी बेबाक राय रखते रहे हैं। इससे उनकी निष्पक्ष छवि भी लोगों में देखने को मिलती है। पंडित शशिपाल डोगरा की लगातार सच हो रही भविष्यवाणियों के चलते राजनीति में अपना भविष्य तलाशने वाले अनेक लोगों ने उनसे संपर्क बनाना शुरू कर दिया है।
ग्रहों के अंकों के खेल में फिर उलझेगी हिमाचल की राजनीति
हिमाचल प्रदेश में प्रस्तावित उपचुनावों के न होने की घोषणा राजनीतिक उठापठक का दौर शुरू होगा। उपचुनाव न करवाने की घोषणा 4 सितंबर को हुई है। 4 अंक राहु का है। राहु बुद्धि भर्मित योग बनाता है। सत्ता को उलझा कर रख देता है। वैसा हो भी रहा है। 4+9=13 और 1+3=4 राहु। 4+9+2+0+2+1, 1+8=9 अंक 1 सूर्य का अंक है और 8 शनि का अंक बनता है। सूर्य व शनि आपस में शत्रु हैं। 1 अंक सूर्य सत्ता का, 8 अंक शनि न्याय का अंक है। ऐसा लगता है कि जनता को न्याय नहीं मिलेगा और लोग नेताओं का विरोध करेंगे। 9 अंक मंगल का है। मंगल के कारण जनता में गुस्सा रहेगा। सत्ता में बैठे नेताओं का आपसी गतिरोध देखने को मिलेगा। जिसके कारण भाजपा के केंद्रीय नेताओं का हिमाचल सरकार पर वक्र दृष्टि का योग बना रहा है। राहु का प्रभाव इतना होगा की सत्ता में बैठे नेता भर्मित होंगे। निर्णय नहीं ले पाएंगे, डर बना रहेगा। चुनाव के टल जाने के कारण विपक्ष के लिए भी परिवर्तन का योग शुरू हो गया है। जिसके कारण विपक्ष में बैठी कांग्रेस में भी नए समीकरण बनते नजर आ रहे है। चुनाव लडऩे की फिराक में बैठे अब संगठन में उलट फेर के लिए जुगाड़ लगाएंगे।