रामपुर : हिमाचल प्रदेश में जिला शिमला के रामपुर थाना के बाहर शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया। रामपुर में एक एचआरटीसी की बस ने 8 साल के स्कूली बच्चे को कुचल दिया। बच्चा बुरी तरह से घायल है और उसे शिमला के आईजीएमसी अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं, घटना से गुस्साए परिजनों ने हाईवे जाम कर दिया। बाद में आश्वासन के बाद लोगों ने जाम खोला। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है। वहीं, घटना की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है। घायल बच्चे का नाम अनुज धीमान है। जबकि चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि बच्चा दौड़ते हुए सड़क पार करने की कोशिश करता है। इस दौरान एक बस मौके से गुजर रही थी। अचानक बस को देखकर बच्चा रुकने की कोशिश करता है लेकिन उसका पैर फिसल जाता है और बस के अगले टायरों के नीचे उसकी दोनों टांगे क्रश हो जाती हैं।
ये हादसा पुलिस थाने के सामने हुआ। इसके बाद बच्चे को तुरंत खनेरी अस्पताल ले जाया गया और हालत गंभीर होने पर उसे आइजीएमसी शिमला रेफर करना पड़ा।
जैसे ही बच्चे को शिमला रेफर किया गया तो एंबुलेंस खराब हो गई और दूसरी एंबुलेंस में शिफ्ट किया गया। बच्चे को दूसरी एंबुलेंस तक पहुंचने के लिए भी काफी समय लग गया क्योंकि सड़क में दोनों ओर बेतरतीब वाहन पार्क किए हुए थे। इसके बाद बच्चे को पैदल कुछ देर तक गोद में उठाकर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया। इस सारे घटनाक्रम से स्थानीय लोगों में पुलिस व प्रशासन के खिलाफ रोष है।
रामपुर थाना के बाहर दोनों ओर सरकारी और गैर सरकारी वाहन खड़े रहते हैं, जिसके कारण भी सड़क तंग हो चुकी है। घायल बच्चे को सड़क पार करके थाने के सामने प्राथमिक विद्यालय में जाना था। पुलिस ने बस को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस विभाग की ओर से खोपड़ी से लेकर इंदिरा मार्केट तक सड़क के दोनों ओर खड़े किए जा रहे वाहनों पर सख्ती से कार्रवाई नहीं की जा रही है। हालांकि रामपुर शहर व आसपास में केवल पहाड़ी की ओर ही वाहन खड़ा करने के निर्देश तीन साल पहले जारी किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह नौ वर्षीय अनुज धीमान पुत्र सुभाष निवासी रामपुर जब प्राथमिक स्कूल के पास पहुंचा तो पथ परिवहन निगम की बस एचपी 06ए-1964 जो सुबह नौ बजे रामपुर से केदस के लिए जा रही थी, इस बस ने तेज रफ्तार के कारण छात्र को रौंद दिया। इसके बाद थाने के बाहर सैकड़ों लोगों ने पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताई और करीब चार घंटे तक चक्का जाम किया गया।
बच्चों के अभिभावकों ने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग स्कूल के समय अपने कर्मचारियों को तैनात नहीं कर रहा है, जबकि पहले कर्मचारियों को तीन जगह पर तैनात किया जाता था, ताकि कोई वाहन तेज रफ्तार से न चले और बच्चे आसानी से सड़क पार कर स्कूल जा सकें।
स्कूल जाते समय बच्चा बस की चपेट में आ गया। पुलिस ने बस को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
चंद्रशेखर कायथ एसडीपीओ रामपुर ने कहा कि जल्द ही स्कूल के पास दोनों ओर स्पीड ब्रेकर लगाए जाएंगे।