शिमला : हिमाचल प्रदेश के लोग दिवाली के बाद कोरोना पाबंदियों के लिए फिर से तैयार रहे। यदि प्रदेश में कोरोना के मामले इसी तरह से बड़ते रहे तो सरकार पाबंदियों को लगाने की तैयारी में है। इसके संकेत आज शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर एकता दिवस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामले बड़ रहे हैं, जो चिंता का विषय है। साथ ही स्कूल के बच्चे भी कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं, जो और भी चिंता की बात है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दिवाली तक किसी भी तरह की पाबंदियां नहीं लगाई जाएगी। इसके बाद प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की जाएगी तथा यदि आवश्यक हुआ तो पाबंदियां लगाई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिला कांगड़ा में कोरोना से अधिक मामले आ रहे हैं।
याद रहे कि प्रदेश में रोजाना ही 200 से अधिक कोरोना के नए मामले आ रहे हैं। इसमें स्कूली बच्चे भी कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में 2070 से अधिक कोरोना के एक्टिव मामले हो चुके हैं। इसमें 600 से अधिक स्कूली बच्चे हैं। पड़ोसी राज्यों की तूलना में हिमाचल में कोरोना के नए मामले अधिक आ रहे हैं, जो सरकार व प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। जानकारों का मानना है कि कोरोना के यह मामले शादियों के कारण फैल रहे हैं। लेकिन कुछ का यह भी कहना है कि चुनावी रैलियों व प्रचार में भी कोरोना प्रोटोकॉल की सरेआम धज्जियां उड़ाई गई हैं। इससे भी प्रदेश में कोरोना फैल सकता है। अब देखना है कि आने वाले दिनों में कोरोना के फैलने की रफ्तार कैसी रहती है, लेकिन वर्तमान में यह दर लगातार बड़ती जा रही है। इसे देखते हुए सरकार प्रदेश में कुछ पाबंदियां लगा सकती है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनावों के दौरान कांग्रेस ने महंगाई को मुद्दे को रूप मे ंउठाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन प्रदेश की जनता जानती है कि कांग्रेस के समय में महंगाई इससे भी अधिक थी। इसका काग्रेस नेताओं के पास जवाब नहीं है।
मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल तथा इन्दिरा गांधी को श्रद्धांजलि दी
इससे पहले मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 146वीं जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन न्यौछावर कर दिया था।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की 37वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि इन्दिरा गांधी ने राष्ट्र की एकता तथा अखण्डता के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शपथ भी दिलाई।
इस अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल सदैव भारत को मजबूत, समग्र, सचेत, विनम्र तथा विकसित देखना चाहते थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर को स्मर्णीय बनाते हुए अब इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस या नेशनल यूनिटी डे के रूप में मनाया जाता है। सरदार पटेल को भारत की 562 रियासतों का एकीकरण कर भारत गणराज्य के निर्माण का श्रेय जाता है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के स्वतंत्रता सेनानी तथा लोह पुरूष सरदार पटेल के सम्मान में स्टैच्यू आॅफ यूनिटी का निर्माण करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्तूबर, 2018 को सरदार पटेल की 143वीं जयंती के अवसर पर विश्व की सबसे ऊॅंची 182 मीटर प्रतिमा का अनावरण किया।
पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की पुण्यतिथि, जिसे राष्ट्रीय संकल्प दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, के अवसर पर उन्हें याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्दिरा गांधी ने राष्ट्र की एकता तथा अखण्डता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जय राम ठाकुर ने कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं को निष्ठा से पालन करने के लिए प्रदेश के लोगों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि प्रदेश देश में कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगाने के शत-प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने वाला प्रथम राज्य बना है तथा प्रदेश इस वर्ष नवम्बर माह के अन्त तक पात्र आयु वर्ग के शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त करने के मार्ग पर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ भी दिलाई।
इस अवसर पर पुलिस, होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस तथा स्काउटस एण्ड गाइड्स के दलों द्वारा मार्चपास्ट भी प्रस्तुत किया गया, जिसका नेतृत्व पुलिस उप-अधीक्षक अंकित शर्मा ने किया।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. राधा रमण शास्त्री, नगर निगम शिमला की महापौर सत्या कौण्डल, हिमफेड के अध्यक्ष गणेश दत्त, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, पुलिस महानिदेशक संजय कुण्डू, सचिव सामान्य प्रशासन देवेश कुमार, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन, वरिष्ठ नागरिक, सेना तथा पुलिस अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।