शिमला : राजधानी शिमला में स्थानीय लोगों के साथ साथ शिमला घूमने आने वाले सैलानी भी आज से जादूगर सम्राट शंकर के जादू का लुफ्त ले सकेंगे।इस कार्यक्रम के मुख्यातिथि स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल रहेंगे। विश्वविख्यात जादूगर सम्राट शंकर ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में अपनी कला का जादूगर बिखेरेंगे रविवार को शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में सम्राट शंकर ने कहा की वह शिमला में 7वीं बार अपनी जादू की कला लोगो को दिखाएंगे।उन्होंने कहा की अब तक 30000शो कर चुके है जिनमे से 25000 शो उन्होंने चैरिटी के लिए किए है यही नहीं गूंगे बहरे व कारगिल के समय में व सुनामी के समय भी जादू का शो कर इक्क्ठा हुआ पैसा राहत कोष में जमा करवाए हैंउन्होंने कहा की उनके जादू का उद्देश्य समाज में फैली विभिन्न कुरीतियों के प्रति लोगो को जागरूक करना है और लोगो के अन्धविश्वाश को दूर करना है।उन्होंने कहा की कला के प्रदर्शन के समय विभिन्न जन संदेश जिसमे बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाव ,जल बचाओ ,एड्स से बचो ,रक्त दान महादान ,जैसे जरूरी सन्देश लोगो को दिए जाते है।उन्होंने कहा की यह एक लुप्त होती कला है जिसे जीवित रखने के लिए वो प्रयास करते आये है।
दिन में होंगे दो शॉ
आज से 6:30 मिंट पर पहला शॉ चलेगा।शंकर ने बताया कि मंगलवार से शनिवार हर रोज दो शॉ दिखाए जाएंगे।जबकि रविवार को तीन शॉ होंगे।इस शॉ की टिकट 100 रुपए से 200 रुपए तक रखी गई है।
हिमाचल सरकार से अकेडमी की मांग
जादूगर शंकर ने हिमाचल सरकार से अकेडमी की मांग की उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमे अकेडमी खोलने के निशुल्क भूमि देती है तो यहां पर युवाओं को जादू की कला सिखाई जाएगी।जिसमें एक साल का डिप्लोमा दिया जाएगा।उन्होंने कहा अकेडमी खुलने से युवाओ को रोजगार मिलेगा।उन्होंने कहा पूरे विश्व मे उनके सैंकड़ो शिष्य है जो स्कूलों कॉलेजो अपने जादू को दिखाते हैं।इस विद्या को ललित कला में शामिल किया जा सकता है यह विद्या योग के साथ जुड़ी है।उन्होंने कहा कि यह ऐसी विद्या है जिसे हम परिवार के साथ भी देख सकते है।