शिमला : . हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग की नवनियुक्त अध्यक्ष व तीन सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह टल जाने पर कांग्रेस सरकार को घेरने में जुटी गई है। इसके तहत कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन एवं पार्टी उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि बीते बुधवार को शाम 6 बजे से लेकर वीरवार सुबह साढ़े 8 बजे तक जो घटनाक्रम हुआ, उससे सभी हैरत में है। उन्होंने कहा कि बुधवार शाम को सरकार प्रदेश लोकसभा आयोग के चेयरमैन के साथ 3 सदस्यों की नियुक्ति एक अधिसूचना जारी करती है लेकिन सुबह राजभवन में रखा गया शपथ ग्रहण समारोह एकाएक टल जाता है। चौहान ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम से सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि अधिसूचना जारी होने के बाद शपथ ग्रहण कार्यक्रम क्यों टाल दिया। उन्होंने पूछा कि सरकार बताए कि क्या चयन एवं नियुक्ति प्रकिया के तहत तय प्रोसिजर को फॉलो किया गया या नहीं? यदि किया गया तो रातोंरात ऐसा क्या दवाब पड़ गया कि सरकार का अपना ही फैसला 24 घंटे में रद्द करना पड़ा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कोई आरोप नहीं लगा रही है लेकिन जिस तरह से पूरे घटनाक्रम को लेकर आम जनता के जहन में सवाल उठ रहें है,उसको देखते हुए मुख्यमंत्री को पूरी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए क्योंकि प्रदेश लोकसेवा आयोग एक संवैधानिक एवं स्वायत्त संस्था है। इसकी गरिमा बने रहे, उसके लिए ये आवश्यक है उन्होंने आयोग के माध्यम से ब्यूरोक्रेस से लेकर अन्य नियुक्तियां होती है। ऐसे में इसकी गरिमा बने रहे,उसके लिए सभी को आगे आने होगा क्योंकि ये उसके लिए सही समय है।
चौहान ने कहा कि सी.एम. मानसून सत्र में कह चुके है कि प्रदेश के विभिन्न विभागों के तहत एक हजार पदों पर भर्तियां होनी है। ऐसे में स्वाभविक है कि अधिकतर नियुक्यिां आयोग के माध्यम से ही होगी। उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार को चाहिए कि वे आयोग में की जाने वाली नियुक्तियों में पूरी पारर्दिशता व नियमों को फोलो करें ताकि इसकी गरिमा बनी रही।