शिमला : आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने भाजपा सरकार को किसान और बागवानी विरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि सेब सीजन शुरू होने से पूर्व सरकार ने बागवानों को झटका दिया है। क्योंकि सेब की पैकिंग करने के लिए इस्तेमाल होने वाले कार्टन के दाम 15 से 20 रूपया महंगा कर दिया है जो बागवानों की चिंता बढ़ाने वाला है। इन दिनों हिमाचल का सेब मंडियों में दस्तक देने लग गया है पर बागवानों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है ।इसके अलावा सेब सीजन सिर्फ पर है लेकिन ऊपरी शिमला में सड़कों हालात खस्ता है और तेल के दामों के कारण ऑपरेटर्स भी ढलाई का रेट पहले से ज्यादा तय कर दिया है। जिससे बागवान दो तरफा महंगाई की मार झेल रहे है।
गौरव शर्मा ने कहा कि सरकार बागवानों के प्रति बिलकुल भी सगज नही है न उन्हें बागवानों की कोई चिन्ता है बस अपनी मौज मस्ती में समय काट रही है और प्रदेश के हालात बद से बढ़तार होते जा रहे हैं उन्होंने सरकार से मांग की है ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की हालत को जल्द सुधारा जाए अन्यथा आम आदमी पार्टी किसानों व बागवानों के साथ मिलकर आंदोलन किया जाएगा ।
गौरव शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी बागवानों के प्रति चिंतित है क्योंकि हिमाचल की आर्थिकी का मुख्य आधार सेब उत्पादन से है जो प्रदेश की करीब 5000 करोड़ रूप की आर्थिकी रखता है। सेब उद्योग से प्रदेश के लाखों परिवार की रोजी रोटी का साधन है, आम आदमी पार्टी प्रदेश के बागवानों के लिया एक ठोस नीति बनाएगी जिसमे न्यूनतम समर्थन मूल्य, ग्रेडिंग पैकिंग की सुविधा, मंडियों तक बागवान से सब को सुरक्षित पहूचाना और सस्ते दामों पर पैकिंग पेटी उपलब्ध करवाना है। हमारी नैतिक जिम्मेवारी बागवानों के प्रति रहेगी।
गौरव शर्मा ने सरकार मांग की कि जल्द से जल्द बागवानों को राहत पहुंचाई जाए और साथ में जो ठगी बाहर के आढ़तियों द्वारा हमारे बागवानों के साथ करते हैं उसे भी उन्हे बचाया जा सके। ऐसे इंतजाम सरकार को करने चाहिए इसके लिए जिला प्रशासन और एपीएमसी लाइसेंस देते समय ध्यान रखे और सेब सीजन के दौरान जगह जगह औचक निरीक्षण करे। इसके अलावा विदेशों से होने वाला सेब का आयात बंद होना चाहिए साथ ही हिमाचल के बागवानों का सेब भी कश्मीर की तर्ज और MIS की तर्ज पर बिके जो दाम कश्मीर के सेब को मिलता है उसी तर्ज पर हिमाचल का सेब भी बिकना चाहिए।