सरकार के पास आखिरी मौका, साढ़े चार साल के निकम्मेपन का टैग हटाकर युवा, महिलाओं, किसान बागवानों की समस्याओं का करें समाधान
आम आदमी पार्टी का चैलेंज, चुने हुए नेता हिम्मत दिखाएं, पंजाब की तर्ज पर हिमाचल में भी, मल्टीपल पेंशन खत्म करें
युवा बेरोगारी से तो महिलाएं महंगाई से परेशान, कर्मचारी पेंशन के लिए कर रहे आंदोलन,मानसून सत्र से सभी को उम्मीद,कांग्रेस बीजेपी सदन में करें जनहित के मुद्दों पर चर्चा
शिमला : आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने आज शिमला में आयोजित प्रेस काँफ्रेंस में भाजपा सरकार और कांग्रेस को मानसून सत्र की शुरुवात पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विधानसभा के अंतिम सत्र में दोनों ही दल के चुने प्रतिनिधि,जनहित के मुद्दों पर चर्चा कर जनता के हित में निर्णय लें। प्रदेश के युवा, महिलाएं, किसान-बागवान भाईयों को भाजपा सरकार के अंतिम विधानसभा सत्र से बहुत उम्मीदें हैं। जिसको ध्यान में रखते हुए विधानसभा सत्र में जनता के मुद्दों पर चर्चा करें और जनहित में ठोस निर्णय लें। सुरजीत ठाकुर ने कहा कि सरकार और विपक्ष ने साढ़े चार साल के दौरान हुए विधानसभा सत्रों में जनता के मुद्दों को नजरअंदाज किया है। अब भाजपा सरकार के पास अंतिम मौका है कि चार साल में लगे निकम्मेपन के टैग को हटाए और अंतिम सत्र में जनहित के मुद्दों पर चर्चा कर निर्णय ले।
विधानसभा के सदन को ना बनाएं राजनीति का अखाड़ा , जनता के मुद्दों पर बहस कर जनहित में लें निर्णय
सुरजीत ठाकुर ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में हिमाचल में कुछ नहीं हुआ,उम्मीद है आखिरी सत्र में जनहित के मुद्दों पर चर्चा होगी। उन्होंने सदन के विपक्षी दल कांग्रेस को भी नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस भी विपक्ष की भूमिका निभाने में साढ़े चार साल नाकाम रही है। कांग्रेसी विधायकों को भी सदन से वॉकआउट करने की बजाय जनता के मुद्दों पर बहस करनी चाहिए और सदन में जनता के मुद्दे उठाने चाहिए। कांग्रेस साढ़े चार साल सदन में जनता के मुद्दे उठाने में नाकाम साबित हुई है। कांग्रेस के वॉकआउट करने से जन विरोध भाजपा सरकार को फायदा मिलता है और जनता के जुड़े सवालों पर जवाब देने से बच जाती है। आम आदम पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने कहा कि विधानसभा सत्र में जनता का करोड़ों रुपए खर्च होता है। इसलिए विधानसभा को राजनीति का अखाड़ा न बनाकर जनहित के मुद्दों पर बहस करनी चाहिए। विधानसभा का सत्र इसलिए होता है कि विपक्ष सदन में जनता के मुद्दे उठाए और चर्चा के बाद सरकार उस पर निर्णय ले। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने सदन को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है। बिना मुद्दों के वॉकआउट कर जनता के मुद्दों को सदन में नहीं उठाती है।
आम आदमी पार्टी का चैलेंज, चुने हुए नेता हिम्मत दिखाएं पंजाब की तर्ज पर मल्टीपल पेंशन खत्म करें
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने विधानसभा में भाजपा-कांग्रेस विधायकों को चेलेंज देते हुए कहा कि चुने हुए नेता हिम्मत दिखाएं और पंजाब की तर्ज पर मल्टीपल पेंशन स्कीम को खत्म करें। आज हिमाचल में लाखों कर्मचारी पेंशन को लेकर सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं और जनता के प्रतिनिधि एक से अधिक पेंशन ले रहे हैं। सभी चुने हुए प्रतिनिधियों को जनहित में मल्टीपल पेंशन को खत्म करने के लिए एकजुट होकर निर्णय लेना चाहिए।
युवा बेरोगारी से तो महिलाएं महंगाई से परेशान, कर्मचारी पेंशन के लिए कर रहे आंदोलन : आप
सुरजीत ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार साढ़े चार साल में जनता की समस्याओं का समाधान करने में पूरी तरह नाकाम रही है। प्रदेश के 10 लाख से अधिक युवा रोजगार न मिलने से परेशान है। प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है। वहीं बढ़ती महंगाई से महिलाएं परेशान है। भाजपा सरकार महंगाई से राहत देने के लिए कुछ नहीं कर रही है। प्रदेश के किसान और बागबान सड़कों पर है वो मंडी से उचित दाम मांग रहे हैं और जीएसटी से राहत मांग रहे हैं, पेंशनर सड़क पर हैं, लोग परेशान हैं। पिछले साढ़े चार साल में जनता ने विधानसभा सत्र की कार्यवाही में देखा है कि, कांग्रेस बार-बार वॉक आउट करके एक तरह से भाजपा को लाभ देती है। कांग्रेस के संरक्षण में भाजपा पिछले साढ़े चार साल में प्रदेश में कुशासन फैला चुकी ये आखिरी सत्र में दोनों दलों के पास मौका है कि वह अपनी पुरानी गलतियों को सुधार कर जनहित में फैसले लें।