चंद्रभागा नदी ने लिया रौद्र रूप
शिमला, 13 अगस्त :
हिमाचल प्रदेश में फिर से भूस्खलन हुआ है। इसके तहत जनजातीय जिला लाहौल स्पिति के उदयपुर में भूस्खलन से चंद्रभागा नदी का प्रवाह रूक गया, जिससे वहां पर एक झील बन गई। हालांकि झील से पानी का प्रवाह शुरू हो गया है, लेकिन इससे भी भारी नुकसान हुआ है। लाहौल स्पिति में भूस्खलन से झील बनी। हालांकि दोपहर बाद उससे पानी बहना शुरू हो गया था, लेकिन इससे भारी नुकसान हुआ है। बाद में नदी में आई बाढ़ से चार मकान बह गए, जिसमें देा मकान कच्चे व दो मकान पक्के हैं। इसके अलावा 30 बिघा भूमि बह गई। इसमें नुकसान का अनुमान 52 लाख से अधिक का लगाया गया है।
उधर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने जिला लाहौल-स्पीति के नालड़ा गांव में भूस्खलन के कारण चन्द्रभागा नदी का प्रवाह अवरूद्ध होने की घटना पर चिन्ता व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूस्खलन की घटना की सूचना प्राप्त होते ही स्थिति का जायजा लेने के लिए जनजातीय विकास मंत्री डॉण् रामलाल मारकण्डा के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय टीम घटना स्थल पर भेजी गई है। उन्होंने कहा कि जनजातीय विकास मंत्री के साथ मुख्य सचिव राम सुभग सिंह और पुलिस महानिदेशक संजय कुण्डू ने भी घटना स्थल का दौरा किया।
जय राम ठाकुर ने कहा कि अब नदी का प्रवाह खुल रहा है। उन्होंने स्थानीय लोगों से नदी के किनारे तथा भूस्खलन सम्भावित क्षेत्रों के निकट नहीं जाने का आग्रह किया है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इस घटना के कारण जान-माल का नुकसान न हो ।