निगुलसारी भूस्खलन में 13 लोग सुरक्षित निकाले, 10 की मौत
राहत व बचाव कार्य जारी
शिमला, 11 अगस्त :
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर के निगुलसारी में आज दोपहर साढ़े 12 बजे एनएच-5 पर भूस्खलन हो गया। इसकी चपेट में एक एचआरटीसी की बस, एक टाटा सूमो, एक कार व एक ट्रक आ गया। अभी तक इस हादसे में 10 लोगों की मौत हुई है तथा मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। राहत वाली बात यह है कि 13 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जिन्हें उपचार के लिए भावानगर अस्पताल में भर्ती किया गया है। घायलों में 2 की हालत नाजुक बताई जा रही है। अभी भी कई लोगों के मलवे में फंसे होने की आशंका है। इसमें 28 से 30 लोग एचआरटीसी की बस में फंसे हैं, जो अभी भी मलवे के नीचे दबी हुई है तथा बचाव व राहत कार्य में जुटी टीमें बस तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। कई लोगों के अभी भी मलबे में फं से होने की आशंका है और राहत कार्य जारी है। घायलों को उपचार के लिए भावानगर अस्पताल भेजा गया है, जबकि शवों को भी पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
उधर देर शाम को भी भूस्खलन की घटना में मलबे में फं से लोगों को निकालने का कार्य युद्वस्तर पर चल रहा है। स्थानीय पुलिस, होमगार्ड के अलावा एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। राहत व बचाव कार्य में एनडीआरएफ के 27 जवान, पुलिस के 30 व आईटीबीपी की 17वीं बटालियन के 52 जवान तैनात किए हैं। साथ ही 10 एम्बूलेंस तथा 4 मलवे को हटाने वाली मशीने भी बचाव कार्य में तैनात की गई है।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला किन्नौर के न्यूगलसेरी के निकट भू-स्खलन की घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया हैए जिसमें हिमाचल पथ परिवहन निगम की एक बस सहित कुछ अन्य वाहनों के फं सने के कारण लगभग 60 लोगों के मलबे में दबने की आशंका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटीबीपी, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ , पुलिस बल और जिला प्रशासन की टीमें घटना स्थल पर पहुंचकर युद्ध स्तर पर राहत और बचाव अभियान चला रहीं हैं। उन्होंने कहा कि बस चालक और परिचालक सहित अन्य कुछ लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया है और अन्य लोगों को निकालने केे प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि घायल लोगों को चिकित्सीय उपचार प्रदान करने के सभी प्रबन्ध कर लिए गए हैं और जिला प्रशासन को घायलों को हर सम्भव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से बातचीत कर इस घटना के बारे में जानकारी ली और राहत और बचाव कार्य के लिए भारत सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
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