शिमला : कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेशवासियों को एक बार फिर निराश किया है।सेपु बड़ी और कचोरी व्यजन की तारीफ करने के साथ केद्रीय योजनाओं के नाम गिना कर प्रधानमंत्री वापिस चले गए।उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं की प्रधानमंत्री ने आधारशिला रखी है वह सब पूर्व कांग्रेस की योजनाएं थी।
प्रदेश कांग्रेस मुख्य्यालय राजीव भवन में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए राठौर ने कहा कि डबल इंजन सरकार का दावा करने वाले प्रधानमंत्री ने कोई भी ऐसी घोषणा या सौगात प्रदेश को नही दी,जिससे प्रदेश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति सुधारने को बल मिलता।उन्होंने कहा कि इन चार सालों में प्रदेश की वित्तीय स्थिति पूरी तरह अस्त व्यस्त होकर रह गई है।प्रदेश 65 हजार करोड़ से ऊपर के कर्ज में डूब गया है।प्रदेश को कोई भी आर्थिक पैकेज की घोषणा न होना डबल इंजन सरकार के झूठ की पूरी पोल खोलता है।उन्होंने कहा कि सरकार का आज इस आयोजन पर किया गया करोड़ों का खर्च व्यर्थ चला गया जिसके लिए लोग भाजपा को कभी माफ नही करेंगे।
राठौर ने मुख्यमंत्री जयराम पर आरोप लगाया कि उन्होंने और उनके सहयोगी नेताओं ने शायद प्रधानमंत्री के समक्ष प्रदेश का पक्ष सही ढंग से नही रखा और अगर उन्होंने रखा है तो प्रधानमंत्री ने उन्हें अनसुना कर प्रदेश के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है।
राठौर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रदेश में चार मेडिकल कॉलेज खोलने की जो बात कही वह पूरी तरह झूठी है।उन्होंने कहा कि यह मेडिकल कॉलेज पूर्व कांग्रेस सरकार के समय केद्र की यूपीए सरकार की देन थे।
राठौर ने कहा कि अटल टनल भी कांग्रेस की देन थी।उन्होंने कहा कि भाजपा की संकीर्ण मानसिकता के चलते इस टनल की शिलान्यास पटिका जो तत्कालीन यूपीए अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने रखी थी,उसे भी वहां से हटा दिया गया।उन्होंने कहा कि सरकार के आश्वासन के बाद यह पटिका आज दिन तक पुनः स्थापित नही की गई।
राठौर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज मंडी में ग्राउंड इंवेटसरमीट में 27 हजार करोड़ की परिकल्पना रखी गई है।उन्होंने इससे पूर्व धर्मशाला में गोल्वल इंवेटसरमीट रखी गई थी जिसका पंडाल ही करोड़ो का था।उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा है कि वह प्रदेश को बताए कि 13,656 करोड़ का निवेश का दावा करने वाली सरकार के पास अब तक कितना निवेश इस मीट से आया।उन्होंने मुख्यमंत्री से इसपर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है।
राठौर ने प्रधानमंत्री की उस बात पर जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर परियोजनाओं के विलंब का आरोप लगाया कहा कि सात साल में केंद्र में मोदी की सरकार और प्रदेश में चार साल से भाजपा की सरकार है तो अब चुनावों के समय उन्हें इन योजनाओं की कैसे याद आई।
राठौर ने कहा कि प्रदेश में फार्मा हब भी कांग्रेस की ही देन है।उन्होंने कहा कि आज भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण यह उद्योग या तो बंद हो रहें है या फिर प्रदेश से पलायन कर रहे हैं।
राठौर ने कहा कि केंद्र को किसान कानून वापिस लेना पड़ा।इस आंदोलन में 800 से ज्यादा किसान शहीद हुए।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों के बारे कुछ नही बोला।उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की मौत के जिम्मेदार प्रधानमंत्री है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में कही भी मुफ्त अनाज योजना नही है।पीडीएस सिस्टम फेल होता जा रहा है।कमजोर वर्गों के लिये शुरू की गई उज्वला योजना दम तोड़ गई है।गैस सिलेंडर आज एक हजार का है।सब्सिडी खत्म कर दी गई है।उन्होंने कहा कि सरकार ने पेट्रोल डीजल से ही 33 हजार करोड़ कमाए