शिमला: नगर निगम शिमला की सोमवार को हुई मासिक बैठक में कूड़े-पानी के बिलों से लेकर हिमकेयर कार्ड पर जोरदार हंगामा हुआ। भाजपा के ही पार्षदों ने अपनी ही निगम के खिलाफ मोर्चा खोला और पार्किंग, हिमकेयर कार्ड और पानी की व्यवस्था को लेकर निगम पर गंभीर आरोप लगाए और बैठक में जमकर हांगमा किया। यही नहीं बीजेपी के पार्षदों ने धरना देने की चेतावनी भी दे दी।
पार्षदों ने आरोप लगाया कि शहर में लोगों से हिमकेयर कार्ड के लिए पैसे तक ले रखे हैं, लेकिन उन्हें आज तक सुविधा नहीं मिली है। पार्षद किरण बावा ने ये मसला उठाया। वहीं, पार्षद अर्चना बावा ने भी साफ किया कि यदि लोगों को कार्ड सात दिन में नहीं मिलते हैं तो मजबूरन धरना दिया जाएगा। वहीं, नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने पार्षदों को आश्वासन दिया कि सात दिनों में कार्ड मुहैया करवा दिए जाएंगे।
बीजेपी के ही पार्षद संजीव ठाकुर ने कहा कि शहर में कूड़े के बिलों पर यदि मुख्यमंत्री के पास जाने की जरूरत है तो वहीं चलते हैं, सभी पार्षद तैयार हैं। उन्होंने कहा कि 42 में से 12 जिम ही कूड़े का बिल दे रहे हैं। लोगों के घरों में पानी आए या न आए, लेकिन बिल लाखों में आते हैं. पार्षदों ने आरोप लगाया कि किसी भी सूरत में लोगों के साथ ऐसा अन्याय नहीं किया जा सकता है।
इसके अलावा पूर्व भाजपा मेयर कुसुम सदरेट ने भी अन्नाडेल में अपने चहेतों को पार्किंग देने के निगम पर आरोप लगाए और कहा कि उनके वार्ड में निगम द्वारा अपने चहेतों को सड़क किनारे वाहन पार्क करने की खूली छूट दी गई है जिससे आम लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
वहीं, पंथाघाटी वार्ड से भाजपा समर्थित पार्षद और पूर्व डिप्टी मेयर राकेश शर्मा ने अपनी ही निगम पर भेदभाव के आरोप लगाए और कहा कि 34 वार्डों में वाटर एटीएम लगाने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक नहीं लगे हैं। नगर निगम के कर्मचारियों को डीए देने पर भी बैठक में सहमति दे दी गई। हालांकि वित्त कमेटी की ओर से इस पर पहले से ही मुहर लगा दी थी, लेकिन अब निगम की मासिक बैठक में सदन की मंजूरी के बाद इसे कर्मचारियों को जारी कर दिया जाएगा।
वहीं, शहर में रोपवे बनाने वाली कंपनी को नगर निगम की ओर से नोटिस दिया जाएगा। निगम प्रशासन का आरोप है कि तय समय में कंपनी ने रोप वे बनाना तो दूर, इस काम को शुरू करने के लिए औपचारिकतााएं तक पूरी नहीं की। बता दें कि कंपनी को टूटीकंडी से लिफ्ट तक रोपवे बनाने के साथ ही लिफ्ट से जोधा निवास तक रोप वे बनाने का काम दिया था। ये करार 2015 में किया था और कंपनी को नियमों के तहत 2018 तक काम को पूरा करना था।
वहीं, अब राजधानी में 2021 के बाद बनने वाले भवनों पर नए फैक्टर छह के तहत टैक्स लगेगा। अभी तक सबसे ज्यादा हाउस टैक्स सेक्टर 5 पर लगता था। ये 2000 से 2020 के बीच में बने भवनों पर लगता है। अब अगले 20 साल के लिए नया फैक्टर छह लागू होगा। वहीं, शहर में लगाए जाने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग पॉइंट पर युवाओं को ट्रेनिंग मिल सकेगी इसलिए स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से शहर के युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए शहर के लिए 40 चार्जिंग प्वाइंट स्वीकृत किए हैं। शहर के बाजारों से लेकर जिन स्थानों पर वाटर एटीएम खराब है, वहां से इन्हें हटाकर स्कूलों में ले जाने की तैयारी है। इसके लिए संबंधित विभाग को शीघ्र ही निर्देश जारी हो जाएंगे।