मंडी: मंडी RTO के कार्यालय में तैनात MVI रिश्वत लेकर गाड़ियों की पासिंग करता था और लाइसेंस बनाने की एवज में भी रिश्वत लेता था। इस संदर्भ में विजिलेंस को काफी शिकायतें मिल चुकी थी। विजिलेंस की टीम काफी लंबे समय से उक्त एमवीआई पर नजर बनाए हुए थी। पिछले कल जिला के कंसा चौक में गाड़ियों की पासिंग और लाइसेंस बनाने के नाम पर ली गई रिश्वत के साथ विजिलेंस एमवीआई और उसके दो अन्य साथियों को सुंदरनगर से धर दबोचा।
इसकी जानकारी खुद विजिलेंस की तरफ से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है। पकड़े गए एमवीआई का नाम अभिषेक शर्मा है, जबकि उसके साथ पकड़े गए दो अन्य आरोपियों के नाम प्रीतम और विनोद कुमार हैं। तीनों को ही विजिलेंस ने गिरफ्तार करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। तीनों आरोपियों के पास से 1.13 लाख रुपये कैश बरामद किया गया है।
कल की गई इस कार्रवाई के बाद आज विजिलेंस ने एमवीआई के हमीरपुर स्थित निवास पर भी छापेमारी की है। विजिलेंस अब इस बात का पता लगाने में जुटी है कि एमवीआई रिश्वत के इस धंधे को कब से चला रहा था और रिश्वत से उसने कितनी संपत्ति अर्जित की है. जांच जारी है।
कार्रवाई के दौरान विजिलेंस टीम ने एमवीआई अभिषेक शर्मा, उसके साथी प्रीतम और विनोद कुमार से गाड़ियों के लाइसेंस बनाने और पासिंग के नाम पर बतौर रिश्वत ली गई करीब 1 लाख 13 हजार 120 रुपये की रकम बरामद की है।
स्टेट विजिलेंस ब्यूरो के मुताबिक कुछ समय पहले शिकायत मिली थी कि जिले में वाहनों की पासिंग और लाइसेंस जारी करने के नाम पर अवैध वसूली हो रही है। इसको देखते हुए ब्यूरो ने आरोपी एमवीआई और अन्य लोगों पर लगातार निगरानी रखना शुरू किया। मौका मिलते ही दबिश देकर सभी को गिरफ्तार कर लिया। जांच एजेंसी मामले की गंभीरता से छानबीन कर रही है और इससे जुड़े अन्य पहलुओं को भी खंगाला जा रहा है।