शिमला : राज्य फॉरेंसिक विज्ञानं प्रयोगशाला हिमाचल प्रदेश, जुन्गा में एस. जी. टी. विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए एक सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम आज सम्पन्न हो गया। छात्रों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में छात्र बड़ी रूचि व उत्साह के साथ भाग लिया। यहाँ छात्रो ने जीव विज्ञानं एवं सीरम विज्ञान, भौतिक विज्ञान एवं शस्त्र विज्ञान विभाग, रासयनिक विज्ञान एवं विष विज्ञान विभाग, साइबर, डॉक्यूमेंट, डी.एन.ए. एन. डी. पी. एस विभाग में परिक्षण करने के साथ-साथ यहाँ के फॉरेंसिक विशेषज्ञों के साथ अभ्यास किया। एन.डी.पी.एस विभाग में छात्रों ने विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थों को देखा उनकी शुध्यता की जाँच भी की। डी.एन.ए विभाग में छात्रों ने मानव व विषाणु के डी. एन. ए की भिन्नता को समझा। यहाँ छात्रों ने डी.एन.ए को जांचने की प्रक्रिया के बारे मे सीखा। डॉक्यूमेंट विभाग में विभिन्न प्रकार की जालसाजी के दस्तावेजों को देखा व उसे पहचाने का भी प्रयास किया। यहाँ छात्रों ने विभिन्न प्रकार के उपकरणो को देखा [वीडियो स्पेक्ट्रल कम्पैरेटर 8000, इलेक्ट्रो स्टैटिक डिटेक्शन एपरेटस] इत्यादि । साइबर मे हैकिंग मामलो के बारे में जाना व आवाज़ रिकॉर्डिंग प्रयोगशाला को देखा। जीव विज्ञान एवं सीरम विज्ञान विभाग में छात्रों ने आए हुए विभिन्न प्रकार के नमूनों को देखा। डूबने से होने वाली मौत मे आये गए नमूनों मे डाई एटम्स की जाँच की। शस्त्र विज्ञान विभाग में छात्रों ने आग्नेयास्त्रों को देखा जिसमे परिक्षण फायरिंग का भी ज्ञान लिया। रासयन विज्ञान और विषविज्ञान विभाग में छात्रों ने विभिन्न प्रकार के रसायनो एवं विष को जांच किया।
इन सात दिनों में छात्रों ने अनोखा अनुभव प्राप्त किया, जो उन्हें हमेशा समरण रहेगा। यहाँ छात्रों को प्रमाण पत्र भी दिए गए, जो उन्हें भविष्य में आगे बढ़ने में सहायता करेगा। फॉरेंसिक मुख्यालय हिमाचल प्रदेश, जुन्गा, के फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने छात्रो को नई चीज़े सिखाने व उनका अभ्यास करने में सहायता की।