जनता के दिलों में राज करते थे वीरभद्र सिंह: जयराम
हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र शुरू
सदन ने दिवंगत विधायको वीरभद्र, बरागटा सहित तीन अन्य पूर्व सदस्यों को किया याद
शिमला, 2 अगस्त:
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज शुरू हुआ। सत्र के पहले दिन सदन ने दो वर्तमान विधायकों वीरभद्र सिंह व बरागटा तथा तीन अन्य पूर्व सदस्यांे अमर सिंह, राम सिंह व मोहन लाल के निधन पर शोक जताया।
सदन में शोकोद्गार पेश करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ बिताए लम्हों को याद किया तथा कहा कि हिमाचल में चहूमुखी विकास में उनका अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह जीवंत आत्मा थे। जो कहना होता था वह कह देते थे। जब नहीं कहना होता था, तो कुछ नहीं कहते थे। राजनीतिक दृष्टि से स्थान व समझ बहुत महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह ने लोगों के जीवन में जगह बनाई, जिसे उनकी अंतिम यात्रा में साफ दिखाई दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरभद्र सिंह का सार्वजनिक जीवन में सरल व सहज तरीके से बहुत ही बेहतरीन ढंग से अपनी बात कहते थे। आदमी को साथ जोड़ने व साथ चलाने की क्षमता उनमें थी। कांग्रेस पार्टी में बहुत सारे नेतृत्व को हाथ पकड़ कर आगे चलाया। वह लोगों के दिलों पर राज करते थे। मुख्यमंत्री ने वीरभद्र सिंह के साथ बिताए समय को याद किया तथा कहा कि वीरभद्र सिंह के साथ उनके बहुत ही अच्छे संबंध थे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में वीरभद्र सिंह का राजनीतिक जीवन लम्बा रहा। 6 बार मुख्यमंत्री रहे हमारे बीच नहीं रहे। उनका दुःखद निधन 8 जुलाई को 87 साल में हुआ। वह अंत तक राजनीति में सक्रीय रहे। उनका जम्न 23 जून 1934 को रामपुर बुशैहर में हुआ था। वह 5 बार लोकसभा के सदस्य चुने गए तथा 9 बार विधानसभा के लिए चुने गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवंगत नेता नरेंद्र बरागटा का 68 वर्ष की आयु में निधन हुआ। 1952 में उनका जन्म हुआ था। वह 1998 में पहली बार विधायक चुने गए। 2007 व 2017 में फिर से चुने गए। वह बागवानी मंत्री रहे तथा 2017 में मुख्य सचेतक बनाए गए। उनका बागवानी के साथ गहरा संबंध था तथा वह हमेशा ही सदन के अंदर व बाहर बागवानांे की समस्याओं को उठाते थे।
इसके अलावा उन्होंने पूर्व विधायक अमर सिंह, राम सिंह व मोहन लाल के निधन पर शोक जताया तथा उनके द्वारा किए कार्यों को समरण किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने कोरोना के कारण मारे गए लोगों, प्राकृतिक आपदा में मारे गए लोगों के निधन पर भी शोक जताया तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं जताई।
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