केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने विधानसभाओं में तकनीकी के बेहतर उपयोग और शोध पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शोध होगा तो गुणात्मक चर्चा भी होगी। वह आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पीठासीन अधिकारियों के 82वें सम्मेलन के समापन अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारी किसी दल विशेष के नहीं होते और उन्हें युवा प्रतिनिधियों को विषेशतौर पर अवसर देना चाहिए ताकि उन्हें प्रोत्साहन मिल सके। उन्होंने कहा कि हमारी इस समृद्ध लोकतांत्रिक प्रक्रिया में चर्चा में और सुधार लाने की आवष्यकता है। उन्होंने राजधानी शिमला के ऐतिहासिक पहलुओं से भी पीठासीन अधिकारियों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी की मुश्किल स्थिति से देश को निकाला और पूरी दुनिया में 100 करोड़ से अधिक वेक्सिनेशन का काम किया। उन्होंने वैधायी सप्ताह के आयोजन तथा अमृत महोत्सव के दौरान 75 विशय चुनकर उनपर चर्चा करने का सुझाव दिया।