अध्यक्ष लोक सभा ओम बिड़ला करेंगे उद्घाटन
इससे पहले शिमला में हो चुके हैं 6 सम्मेलन
आज से 100 वर्ष पूर्व 14 व 16 सितम्बर, 1921 को ब्रिटिश हुकुमत के दौरान हुआ था प्रथम अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन शिमला में
सम्मेलन में कुल मिलाकर 378 प्रतिनिधी लेंगे भाग
शिमला : अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का शताब्दी वर्ष समारोह शिमला में आयोजित किया जा रहा है। यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा। इसी शताब्दी वर्ष में हम 82वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन 16 से 19 नवम्बर, 2021 तक आयोजित करने जा रहे हैं जबकि विधान परिषदों व विधान सभाओं के सचिवों का 58वां सम्मेलन भी इसी सम्मेलन के साथ इन्हीं तिथियों में आयोजित किया जा रहा है। विधानसभा सचिवालय में इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है। इस सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर 17 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली संबोधित करेंगे। यह जानकारी आज विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने शिमला में पत्रकार वार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि आज से 100 वर्ष पूर्व 14 व 16 सितम्बर, 1921 को जब भारत ब्रिटिश हुकुमत के अधीन था प्रथम अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन शिमला में आयोजित किया गया था। उसी को सुस्मरण करते हुए 82वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन को शिमला में आयोजित किया जा रहा है, हांलाकि उन्होंने अध्यक्ष लोक सभा ओम बिड़ला जो अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के चेयरमैन भी हैं से आग्रह किया था कि इसका आयोजन धर्मशाला में किया जाये लेकिन शताब्दी वर्ष तथा प्रथम सम्मेलन शिमला में होने की वजह से इसे शिमला में आयोजित करने की प्राथमिकता देनी पड़ी।
इस सम्मेलन से पूर्व 6 सम्मेलन वर्ष 1921, 1926, 1933, 1939, 1976 तथा 1997 में शिमला में आयोजित कर चुके हैं। यह सातवां सम्मेलन है जिसका आयोजन शिमला में आयोजित किया जा रहा है।
इस सम्मेलन में जहां अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के चेयरमैन तथा अध्यक्ष लोक सभा ओम बिड़ला बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे वहीं राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह भी इसमें भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री भी इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
17 नवम्बर, 2021 को सम्मेलन के उदघाटन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 बजकर 28 मिनट पर वर्चुअली सीधे हम लोगों से जुड़ेंगे तथा अपना आर्शीवाद देंगे।
इसके अतिरिक्त इस सम्मेलन में 36 राज्य विधान परिषदों तथा विधान सभाओं के पीठासीन अधिकारियों (अध्यक्ष), उप पीठासीन अधिकारी (उपाध्यक्ष) तथा प्रधान सचिव व सचिव भी भाग लेंगे। हर राज्य से एक वरिष्ठ अधिकारी भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे। कुल मिलाकर एक राज्य से 4 प्रतिनिधि अपनी-अपनी धर्मपत्नियों के साथ इस सम्मेलन में भाग लेंगे जिनकी संख्या 288 होगी। उसके अतिरिक्त लोक सभा तथा राज्य सभा के महासचिव, संसद टीवी के प्रतिनिधि तथा 20 के लगभग मिडिया प्रतिनिधियों को मिलाकर 90 लोग इसमें भाग लेंगे, जिससे भाग ले रहे प्रतिनिधियों की संख्या बढक़र 378 होगी। 17 नवम्बर के शुभारम्भ कार्यक्रम के अवसर पर हिमाचल प्रदेश विधान सभा के सदस्यों तथा हिमाचल प्रदेश राज्य से लोक सभा व राज्य सभा के सदस्यों को भी आमन्त्रित किया जा रहा है।
विधान सभा सचिवालय तथा लोक सभा सचिवालय के संयुक्त प्रयासों से इसके सफ ल आयोजन की तैयारी जोरों पर है। सभी अतिथियों के लिए ठहरने की तथा परिवहन की पूर्ण व्यवस्था कर ली गई है। सभी अतिथियों को शिमला के उच्च श्रेणियों के होटलों में ठहराया जा रहा है। शिमला के नैसर्गिक तथा रमणीय स्थलों का भ्रमण भी अतिथि करना चाहेंगे उसके लिए स्थल निर्धारित किया गये हैं। सम्मेलन की तैयारियों के लिए लोक सभा सचिवालय के अधिकारियों का आगमन 13 नवम्बर से शुरू होगा, जबकि अन्य अतिथियों का आगमन 15 नवम्बर से आरम्भ हो जायेगा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला 16 नवम्बर को शिमला पहुंचगें तथा वह गर्वनर हाऊस में ठहरेंगे। सचिवों का सम्मेलन 16 नवम्बर को होगा जबकि 82वें अखिल भारतीय पीठासीन
अधिकारियों के सम्मेलन का शुभारम्भ 17 नवम्बर को अध्यक्ष लोक सभा ओम बिड़ला करेंगे। पुस्तकालय कक्ष में लोक सभा द्वारा कुछ प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी, जिसका शुभारम्भ 17 नवम्बर को लोक सभा अध्यक्ष करेंगे, जबकि हिमाचल प्रदेश राज्य से सम्बन्धित कुछ प्रदर्शनियां पीटर हॉफ में भी लगाई जायेगी का भी लोक सभा अध्यक्ष 17 नवम्बर को शुभारम्भ करेंगे। सम्मेलन के दौरान मिडिया के लिए मनाही रहेगी। 18 नवम्बर को अध्यक्ष लोक सभा अपराह्न 3 बजे पीटर हॉफ में मिडिया से बातचीत करेंगे। 19 नवम्बर को अतिथियों का पोस्ट कांफ्रेंस टूअर होगा तथा कुछ अतिथि प्रस्थान भी करना चाहेंगे, जबकी 20 नवम्बर को सभी अतिथि प्रस्थान करेंगे।
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