शिमला : हिमाचल प्रदेश के छितकुल की ओर जा रहा एक 11 सदस्यीय ट्रैकिंग दल उत्तराखंड और छितकुल पहाड़ी के बीच लम्खागा पास में लापता हो गया। ये दल 14 अक्तूबर को
उत्तरकाशी के हर्षिल से छितकुल को रवाना हुआ था। समुद्रतल से करीब 20 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित लम्खागा पास चोटी में इस दल के लापता होने की सूचना है। यह दल लम्खागा पास के लिए ट्रैकिंग करने निकला था, लेकिन 17,18 और 19 को मौसम खराब होने के कारण यह दल लापता हो गया है। इस दल में आठ भारतीय सदस्य, 1 कुक, दो गाइड शामिल हैं। जबकि इसी दल में शामिल छह हिमाचल के पोर्टर छितकुल के रानीकंडा सुरक्षित पहुंच गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 14 अक्तूबर को 11 सदस्यीय ट्रैकिंग दल उत्तरकाशी के हर्षिल से छितकुल की ओर रवाना हुआ था। इस दल ने बाकायदा वन विभाग उत्तरकाशी से 13 से 21 अक्तूबर तक लम्खागा पास तक ट्रैकिंग करने के लिए इनर लाइन परमिट भी लिया था। 17 से 19 अक्तूबर तक मौसम खराब होने के कारण यह दल भटक गया। ट्रैकिंग दल से कोई संपर्क न होने पर सुमित हिमालयन ट्रैकिंग टूर एजेंसी ने उत्तराखंड सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार से पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए सूचना दी है। किन्नौर जिला प्रशासन को बुधवार को इस दल के लापता होने की सूचना मिली।
इसके पश्चात प्रशासन ने क्यूआरटी टीम, पुलिस और वन विभाग के दल को तुरंत रेस्क्यू के लिए छितकुल कंडे की ओर रवाना कर दिया है। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि उत्तराखंड और छितकुल पहाड़ी के बीच लम्खागा पास में ट्रैकिंग दल के लापता होने की सूचना मिली है। सीमा पर तैनात आईटीबीपी के जवानों से भी लापता ट्रैकरों को तलाश करने के लिए मदद मांगी गई है। आज सुबह लापता ट्रैकरों की तलाश शुरू कर दी गई है।
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