हमने पहाड़ से सीखा है संभलकर चलना और चढ़ना : जयराम ठाकुर
मंडी : लगता है मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह का नुकसान करवाना चाहते हैं, इसलिए वो इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को कांग्रेस के नेताओं द्वारा इस्तेमाल की जा रही भाषा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जीवन में इंसान को हर काम संभलकर करना चाहिए।
मंडी के नेला में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के लोग सवाल खड़े कर रहे हैं कि जयराम ठाकुर ने चार साल में क्या किया। हमने गरीबों के लिए जो काम किए उसके बारे में कांग्रेस कभी सोच भी नहीं सकी। हमने गरीबों के इलाज के लिए हिमकेयर और सहारा योजना शुरू की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के दौर में भी हमने काम रुकने नहीं दिया। जितनी सड़कें कांग्रेस सरकार ने अपने पांच साल में बनाई उससे ज्यादा सड़कें हम साढ़े तीन साल के कार्यकाल में बना चुके हैं।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वो प्रतिभा सिंह का फायदा नहीं नुकसान करवाने के लिए आए हैं तभी वो इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। मंडी में उनके भाषण के बाद कांग्रेस के नेताओं ने ही कहा कि इस तरह की भाषा अच्छी नहीं। राजनीति में अति उत्साह अच्छा नहीं होता। यहां संभलकर कर चलना और चढ़ना होता है, यह बात हमें पहाड़ों ने सिखाई है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आज साढ़े तीन साल के कार्यकाल में सरकार के खिलाफ कोई भी बड़ा स्थायी मुद्दा नहीं है। ये पहली बार हो रहा है, जबकि हमने कोविड जैसे मुश्किल दौर को झेला है। कोविड के दौरान में हमने लोगों की जिंदगी बचाने के साथ ही विकास कार्यों को भी जारी रखा।
‘साढ़े तीन साल के कार्यकाल में नहीं आई सारी बेरोजगारी’
बेरोजगारी के लिए सबसे ज्यादा कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार है जिसने 50 साल तक शासन किया लेकिन कोई योजना नहीं बनाई। सारी बेरोजगारी बीते साढ़े तीन साल के कार्यकाल में नहीं आई है।
आज कांग्रेस के लोग शिकायत कर रहे हैं कि ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर अपने मेडल दिखा रहे हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि इन तमगों के लिए उन्होंने संघर्ष किया है। ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ये मेडल बाजार से खरीद कर नहीं लाए। यदि देश की सेवा करने वाले व्यक्ति राजनीति में आते हैं तो वह पूण्य का कार्य।
‘कोविड के दौर में काम आई टेक्नोलॉजी’
कोविड के दौर में हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टेक्नोलॉजी को लेकर सोच का लाभ मिला। उन्होंने 2014 से ही टेक्नोलॉजी पर जोर देने का कार्य किया। यही वजह रही कि कोविड के दौर में जब लोग बाहर नहीं निकल सकते थे तो टेक्नोलॉजी काम आई।
आज कोविड का दौर नहीं आया होता तो हम निश्चित तौर से अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का कार्य शुरू कर चुके होते। इसके महत्वपूर्ण ओएलएस और लेडार सर्वे पूरे हो चुके हैं। उन्होंने लोगों से ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर भारी मतों जीताकर दिल्ली भेजने अपील की।