शिमला : अज्ञात व्यक्ति ढली दोहरी में भैंस का नवजात बच्चा छोड़ कर फरार हो गया। जाने का मामला सामने आया है। सुबह 6 बजे वन विभाग की चेक पास्ट पर ड्यूटी पर आये वन रक्षक नेहर सिंह ने बच्चे को देखा और समाजिक कार्यकर्त्ता उमंग फाउंडेशन के ट्रस्टी विनोद योगाचार्य को सूचित किया। उनके प्रयासों से भैंस के बच्चे को दूध की व्यवस्था की गयी।
मशोबरा के सामाजिक कार्यकर्त्ता अरुण शर्मा ने इस नवजात बच्चे की जिम्मेवारी ली है और अरुण शर्मा अनेक बेसहारा गायों को भी चारा पानी क रहने के लिए गऊ शाला का इंतज़ाम करते आये है।
विनोद योगाचार्य ने इस बारे में पुलिस थाना ढली को सूचित किया और पुलिस अधीक्षक को भी पत्र भेजा है और पशु क्रूरता अधिनियम 1960 के अतर्गत मामला दर्ज करने का आग्रह किया है।
विनोद योगाचार्य ने बताया की भैंस के नवजात बच्चे को इस प्रकार सडक में छोड़ने का यह पहला मामला है और इस प्रकार नवजात पशुओं को छोड़ना पशु क्रूरता अधिनियम 1960 का उलंघन व एक अमानवीय कृत्य है ।