शिमला : हिमाचल प्रदेश में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच ओमिक्रॉन के बीए-4 और बीए-6 वैरिएंट फैलने की आशंका है। इसके चलते राज्य सरकार ने जिला मंडी और शिमला में सैंपल एकत्र कर दिल्ली भेजने के निर्देश दिए हैं। तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक में यह वैरिएंट लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। आशंका जताई जा रही है कि पर्यटन सीजन होने के कारण प्रदेश में भी यह वैरिएंट प्रवेश कर सकता है, इसे लेकर सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने के लिए कहा है।
इसके अलावा तीर्थ यात्राओं, मेलों और राजनीतिक कार्यक्रमों को खुले मैदानों में करवाने की हिदायत भी दी है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अन्य वैरिएंट की अपेक्षा यह तीव्र गति से फैलता है। यह शरीर के भीतर प्रवेश करने पर ज्यादा खतरनाक हो जाता है। दमा, हार्ट, किडनी पीड़ित मरीजों के लिए यह ज्यादा घातक है। जिन लोगों ने वैक्सीन की डोज ली है, उन्हें बाईपास कर यह आगे बढ़ता है। प्रदेश सरकार ने मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को मरीजों के आरटीपीसीआर टेस्ट कराने के लिए कहा है।
प्रदेश सरकार ने अस्पतालों में आने वाले सर्दी, खांसी, जुकाम से पीड़ित मरीजों के कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं।
याद रहे हिमाचल में गुरुवार को कोरोना के 96 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 550 पहुंच गया है।