शिमला : हिमाचल प्रदेश के टिंबर ट्रेल रिजॉर्ट परवाणु में रोपवे में तकनीकी खराबी आने के कारण फंसे सभी 11 पर्यटकों को रेस्क्यू कर लिया गया है। हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ओंकार चंद शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि प्रशासन और पुलिस की टीम ने 11 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। बताया जा रहा है कि घटना करीब 1:45 बजे हुई। जब पर्यटक केबल कार से होटल मोक्षा से परवाणू की ओर आ रहे थे कि अचानक ट्रॉली बीच में ही फंस गई। इससे ट्रॉली में बैठे 11 लोगों की सांसें हवा में अटक गईं। सबसे पहले महिला सहित चार लोगों को निकाला गया। इसके बाद अन्य को रेस्क्यू किया गया। एएसपी सोलन अशोक वर्मा ने बताया कि सभी लोगों को निकाल लिया गया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्वीट कर जानकारी दी कि सोलन के परवाणू टिंबर ट्रेल में फंसे पर्यटकों का रेस्क्यू अभियान जारी है। घटना की जानकारी मिलते ही मैं खुद मौके पर जा रहा हूं। प्रशासन मौके पर है। एनडीआरएफ व प्रशासन की मदद से जल्द सभी यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया जाएगा।
1992 में भी हुआ था हादसा
13 अक्तूबर 1992 को भी परवाणू टिंबल ट्रेल में हादसा हुआ था। 10 यात्रियों को लेकर जा रही केवल कार अचानक टूट गई और सभी लोग 1300 फीट की ऊंचाई पर हवा में लटक गए थे। एमआई-17 हेलीकॉप्टर से दो दिन रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था। कर्नल इवान जोसफ क्रेस्टो (रिटायर्ड) को इस बचाव अभियान की कमान सौंपी गई थी।उन्होंने सभी यात्रियों की जान बचा ली थी। टिंबर ट्रेल रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए उन्हें कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था। आज भी कई अधिकारी उनकी बहादुरी के किस्से सुनाते हैं।