शिमला : मुुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां मीडिया के प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में 27 मार्च, 2022 को हिमाचल प्रदेश पुलिस आरक्षी की भर्ती के लिए सभी जिलों में आयोजित हुई लिखित परीक्षा को कुछ शंकाओं के कारण रद्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा के गग्गल पुलिस थाना में आईपीसी की धारा-420 और 120-बी के अन्तर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि सेंट्रल रेंज मण्डी के पुलिस उप-महानिरीक्षक मधु सूदन की अध्यक्षता में विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित कर पूरे मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रथम आईआर वाहिनी के कमांडेंट विमुक्त रंजन, साइबर क्राइम के पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी, कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक कुशाल चन्द शर्मा और क्राइम के पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कालिया एसआईटी टीम के सदस्य हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दस्तावेजों के मूल्यांकन की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आरक्षी की भर्ती के लिए अगली लिखित परीक्षा इस माह के अन्त में आयोजित की जाएगी ताकि अभ्यार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबलों के 1334 पदों के लिए 27 मार्च को भर्ती परीक्षा हुई थी। इनमें 932 पुरुष, 311 महिला कांस्टेबल, 91 पुरुष कांस्टेबल बतौर चालक पदों के लिए 5 अप्रैल 2022 को परिणाम घोषित हुआ। ऐसे में अब दोबारा से 1334 पदों के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। बता दें कि लिखित परीक्षा के रद्द होने का मुख्य कारण प्रश्नपत्र (पेपर) लीक होना है।
तीन अभ्यर्थियों ने 6 से 8 लाख रुपये देकर प्रश्नपत्र और उसके उत्तर पा लिए थे। वे परीक्षा में अप्रत्याशित 70 अंकों के साथ पास हुए। माना जा रहा है कि पेपर किसी प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ है। पेपर लीक करने वाले आरोपी हरियाणा और दिल्ली से हैं। उधर, तीनों अभ्यर्थी पुलिस हिरासत में हैं।