शिमला: स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की रिपोर्ट में 1 जनवरी से 23 फरवरी तक हिमाचल प्रदेश में बीते 54 दिनों में 145 मौतें हुई हैं। इनमें एक तिहाई जानें केवल दो जिलों शिमला और मंडी जिले में गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान हुई कुल मौतों में से करीब 62 फीसदी मौतें सड़क हादसों की वजह से हुई हैं। वहीं, पहाड़ी या अन्य जगहों से गिरने की वजह से भी करीब 22 फीसदी मौत के मुंह में समा गए। हिमाचल में सर्दियों के मौमस में काफी संख्या में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की रिपोर्ट ने 1 जनवरी से 23 फरवरी तक जो रिपोर्ट तैयार की है, उसके मुताबिक इस अवधि में कुल 145 लोगों की पूरे प्रदेश में मौत हुई।
शिमला और मंडी मौतों के मामले में सबसे आगे रहा है। इन दोनों जिलों में 25-25 मौतें हुई हैं। सिरमौर जिला 18 लोगों की मौत के साथ तीसरे स्थान पर है। चंबा में 14 लोगों की जान, सोलन में 13, कुल्लू में 12, हमीरपुर में 6, कांगड़ा में 7 लोगों की मौत इस दौरान हुई हैं। हालांकि किन्नौर और लाहौल स्पीति में सबसे कम मौतें हुई हैं। किन्नौर जिला में 4 और लाहौल स्पीति में मात्र 2 मौतें इस अवधि में हुई हैं। हिमाचल में अगर होने वाली मौतों को देखें तो सड़क हादसे अधिकतर मौतों की वजह बने हैं। करीब 62 फीसदी लोगों की जान सड़क हादसों में गई हैं। इस दौरान 90 लोग सड़क हादसों में मौत के शिकार हो गए। 17 लोगों की मौत शिमला जिला में, 11 मंडी में, 13 सिरमौर जिले में मौतें हुई हैं। सोलन और ऊना में 8-8, चंबा और कांगड़ा में 7-7, बिलासपुर और कुल्लू में 6-6 मौतें सड़क हादसों में हुईं. किन्नौर में 4 लोगों, हमीरपुर में 3 लोगों की जान इस दौरान गई। हिमाचल में सड़क हादसों से वैसे भी काफी जानें जाती हैं, मगर सर्दियों में ऊंचाई वाले इलाकों में सड़कें बर्फ या पानी जमने से फिसलन भरी बनी होती है. जिससे सड़क हादसे ज्यादा होते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल में मौतों की दूसरी बड़ी वजह पहाड़ी, पेड़ या अन्य जगहों से गिरना बनी है। कुल मौतों में से करीब 22 फीसदी मौतें इससे सामने आई हैं। इस दौरान 32 लोगों की जान पहाड़ी या अन्य जगहों से गिरने की वजह से हुई है। इनमें पचास फीसदी से अधिक मौतें अकेले मंडी जिले में हुई हैं। मंडी जिले में कुल 13 लोगों की गिरने से मौत हुई है। चंबा में 6 लोगों की मौत गिरने से हुई है। सिरमौर में 4, शिमला में 3 लोगों की मौत गिरने से हुई। इनके अलावा कुल्लू, हमीरपुर व बिलासपुर 2-2 जानें गिरने से गईं। रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल में सर्दियों में घरों में आग लगना आम बात है। जो कि कई बार मौत की वजह बनती है। हिमाचल में बीते 54 दिनों में आग से 11 लोगों की जानें गई हैं। इनमें ऊना व शिमला जिला में 4-4 लोगों की मौत हुई है। मंडी, कुल्लू व हमीरपुर में 1-1 मौत इस दौरान हुई।
हिमाचल में इस दौरान 5 लोगों की पानी में बहकर डूबने से मौत हुई है। इनमें कुल्लू जिले में 2 लोगों की जान गईं, जबकि बिलासपुर, सिरमौर व ऊना में 1-1 लोगों की मौत पानी में बहने या डूबने से हुई। इस मौसम में लाहौल स्पीति में एवलांच से 2 लोगों की जाने गई हैं। इसके अलावा अन्य कारणों से भी 5 लोगों की जान इस दौरान हुई है।
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