गाड़ियों में भर-भर कर फॉर्म भरवाने के लिए लाए जा रहे हैं लोग
महीनें भर में एक भी कैबिनेट बैठक न करने वाले कर रहे दिन में दो-दो बैठकें
कांग्रेस सरकार को एहसास है कि वह ज़्यादा दिन की मेहमान नहीं हैं
नेताओं की नहीं लेकिन अयोध्या धाम के श्रीराम मंदिर के पोस्टर बैनर हटवा रही है सरकार
सरकार के भविष्य के साथ अपना भविष्य न जोड़ें अधिकारी, लक्ष्मण रेखा का ध्यान
देश भर के क़द्दावर और लोकप्रिय नेता दे रहे हैं नरेन्द्र मोदी को समर्थन
शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विधान सभा चुनाव की तरह इस बार भी मातृशक्ति को ठगने का प्रयास कर रही है। आदर्श आचार संहिता लगने के बाद भी सम्मान निधि के फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। यह फॉर्म भी विधान सभा में भरवाए फ़ॉर्म की तरह ही है। सरकार को पहले विधान सभा चुनाव में भरवाए गए फॉर्म का जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनाव के समय इसी तरह कांग्रेस के नेताओं ने घर-घर जाकर फॉर्म भरवाए और पहली कैबिनेट में प्रदेश की 18 से 60 साल की महिलाओं को यह सम्मान निधि देने की बात कही। सरकार बनने के बाद न जाने कितनी कैबिनेट बैठकें हो गई लेकिन सरकार को अपनी इस गारंटी की याद नहीं आई। जैसे ही पता चला कि एक हफ़्ते किए भीतर आचार संहिता लगने वाली है बिना बजट के प्रावधानों के ही फिर से सम्मान निधि का फॉर्म भरवाया जाने लगा। पिछली बार की तरह इस बार कांग्रेस के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। इस बाबत उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिलकर इस पूरे प्रकरण पर कार्रवाई करते हुए इसे तत्काल प्रभाव से रोकने की माँग की।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आचार संहिता लगते ही पराजनैतिक पार्टियों के बैनर पोस्टर हटाए जाने चाहिए थे लेकिन प्रशासन सरकार के निर्देश पर अयोध्या धाम में निर्मित भगवान राम के मंदिर के पोस्टर और बैनर फाड़ रही है। इन पोस्टर और बैनर में न किसी पार्टी का ज़िक्र है न किसी राजनेता का। फिर भी प्रशासन सिर्फ़ राम मंदिर के पोस्टर और बैनर फाड़ रहा है जबकि सरकार के नेताओं और पोस्टर को नहीं छू रहा है। इस तरह से पक्षपात पूर्ण कार्रवाई को भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी के संज्ञान में लाया गया। उन्होंने कहा कि अधिकारी क़ानून के दायरे में रहकर काम करें और लक्ष्मण रेखा न लांघे। इस सरकार के भविष्य के साथ अपना भविष्य न जोड़ें।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस सरकार ने अपने ही चुने हुए प्रतिनिधियों का अपमान किया। बिना चुने हुए लोगों को कैबिनेट रैंक बाँटी, वही सरकार चला रहे हैं जबकि चुने हुए जनप्रतिनिधि को ज़लालत मिल रही है। पार्टी के कार्यकर्ता, नेता, पदाधिकारी, विधायक, मंत्री सब नाराज़ रहे आवाज़ उठाते रहे। लेकिन सरकार ने सबको अनदेखा कर दिया। कांग्रेस के विधायकों में इस कदर नाराज़गी थी कि उन्होंने राजसभा के चुनाव में कांग्रेस के पर्यवेक्षक को दिखा कर भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया। अपने ही विधायकों को अपमानित करके सरकार चलाने की प्रयास के कारण कांग्रेस की यह स्थिति बनी है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि यह सरकार लोकप्रियता पहले ही खो चुकी थी अब अपन बहुमत भी खो चुकी है। सरकार ने बजट पारित करने के पहले विधान सभा से भाजपा के 15 विधायकों को निष्कासित करके बजट पास करवाया। स्वास्थ्य विभाग के कट मोशन में बाई विपक्ष की माँग पर मत विभाजन नहीं दिया वरना यह सरकार उस दिन भी गिर जाती हैं। सरकार को भी इस बात का एहसास है कि यह सरकार विश्वासमत खो चुकी है इसीलिए आनन-फ़ानन में उल्टे सीधे फ़ैसले ले रही है नाराज़ लोगों को एडजस्ट कर रही है। लेकिन अब देर गो गई। देश आज प्रधानमंत्री के साथ खड़ा है। बड़े-बड़े क़द्दावर और जनप्रिय नेता आज बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। वह भाजपा को समर्थन दे रहे हैं। नरेन्द्र मोदी की तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए वह आज उनके साथ खड़े हैंक्योंकि देशवासियों साथ देश के जनप्रिय नेताओं को भी सिर्फ़ नरेन्द्र मोदी की गारंटी पर भरोसा है।