साहित्य, पर्यावरण और बेजुबान दोस्तों के साथ संवाद की जरूरी यात्रा
शिमला : हिमालय साहित्य मंच द्वारा हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के खूबसूरत ललित कैफे (चीनी बंगलों) में एक साहित्यक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मंच के सदस्य अनिल शर्मा के कविता संग्रह “खिड़की से झांकता गांव) का लोकार्पण हिमालय मंच के अध्यक्ष एस आर हरनोट और अन्य सदस्यों के कर कमलों द्वारा किया गया। सदस्य लेखकों में जगदीश बाली, रोशन लाल जिंटा, गुलपाल वर्मा, दीप्ति सारस्वत, जगदीश कश्यप, हितेंद्र शर्मा , कल्पना गांगटा, सिकंदर कुमार, हेम लता, अनिता दत्ता, मनसव जिंटा उषा शोना, स्नेहा हरनोट इस लोकार्पण में शामिल रहे। अनिल शर्मा की ये चौथी पुस्तक है।
इस अवसर पर हरनोट ने अनिल शर्मा को बधाई दी और सभी सदस्यों का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि लेखकों की अपनी पहचान केवल अच्छा लिखने से ही बनती है जिसके लिए निरंतर अध्ययन और अभ्यास जरूरी है। आज कई लेखकों ने हिमालय मंच के बैनर में पहलीबार मंच सांझा किया।
इस अवसर पर लेखकों ने फिल्म अभिनेता मनोहर सिंह और संविधान निर्माता भारत रत्न भीमराव आंबेडकर को भी स्मरण किया जिनकी जयंतियां क्रमशः 12 और 14 अप्रैल, 2024 के दिन हैं।
इस अवसर पर वन विभाग कुफरी में कार्यरत सुख राम, रेंज ऑफिसर और उनके कर्मचारियों के सानिध्य में कुफरी चिड़िया घर का भी लेखकों ने भ्रमण किया और कई प्रजातियों के जानवरों और पक्षियों का अवलोकन किया। यह एक तरह की पर्यावरण यात्रा भी थी।
अंतिम सत्र कवि गोष्ठी का रहा जिसकी अध्यक्षता जानेमाने गीतकार, कवि गुलपाल वर्मा ने की। इसमें अनिल शर्मा ने अपनी लोकार्पित पुस्तक में से कई कविताओं का पाठ किया। और साथ अन्य कवियों ने कविताएं सुनाई। गुलपाल वर्मा ने कई गीत गाकर समा बांध दिया और कविता भी सुनाई।
मंच संचालन खूबसूरत टिप्पणियों के साथ जगदीश बाली ने किया। सभी सदस्यों की राय थी कि इसके बाद कई ऐसे ही सुंदर स्थलों में स्थानीय लोगों के साथ संवाद और गोष्ठियां होती रहेगी।
साहित्य, पर्यावरण और बेजुबान दोस्तों से बतियाने की यह अद्भुत यात्रा थी।