शिमला : 2017 के विधानसभा चुनावों की तुलना में 2022 के विधानसभा चुनावों में आम मतदाताओं की संख्या में 10.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले विधानसभा चुनावों में यह संख्या 49.88 लाख थी जो इन चुनावों में बढ़कर 55.25 लाख हो गई। इस संख्या में 18 से 19 वर्ष की आयुवर्ग के 1.93 लाख नए मतदाता भी शामिल हैं। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने आज यहां दी।
उन्होंने बताया कि 2017 के विधान सभा चुनावों मेें सेवा अहर्ता मतदाताओं तथा मतदान डयूटी पर तैनात कर्मचारी मतदाताओं के डाक मतपत्रों को छोड़कर, कुल 37.27 लाख लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया था जबकि इन चुनावों में कुल 41.60 लाख लोगों ने मतदान किया जिसके परिणामस्वरूप मतदान प्रतिशतता में 11.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि 2022 के विधानसभा चुनावों में कुल मतदाताओं की संख्या में लगभग 5.37 लाख जबकि मताधिकार का प्रयोग करने वाले मतदाताओं की संख्या में 4.33 लाख की वृद्धि हुई है।
इस विश्लेषण के माध्यम से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि 2017 के उपरान्त 2022 के विधानसभा चुनावों में नए पंजीकृत मतदाताओं की मतदान प्रतिशतता लगभग 80.5 रही।
श्री मनीष गर्ग ने बताया कि चुनाव आयोग के प्रयासों से हिमाचल प्रदेश में मतदाताओं की जागरूकता के लिए उत्सव कार्यक्रम तथा राज्यव्यापी चुनाव जागरूकता अभियान चलाया गया जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश में नए मतदाताओं के नामांकन तथा मत प्रतिशतता में वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि ‘हर वोट मायने रखता है’ तथा ‘कोई भी मतदाता पीछे ना छूटे’ के संकल्प को पूरा करने की दिशा में प्रदेश में विशेषकर युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए 2524 चुनाव साक्षरता क्लब और 7881 चुनावी पाठशालाओं का भी गठन किया गया।
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