शिमला : हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चौथी कैबिनेट की बैठक में पुरानी पेंशन बहाली की SOP को मंजूरी दी है जिसके लिए हिमाचल प्रदेश नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ जिला मंडी द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री, तमाम मंत्रिमंडल तथा अन्य सभी विधायकों व अधिकारी एवं सरकार के अन्य सभी सहयोगियों का धन्यवाद करते हुए नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ जिला मंडी के अध्यक्ष लेखराज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने इंद्रधनुष के सात रंगों में इस बार आठवां रंग पुरानी पेंशन बहाली का भर दिया है तथा हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनमानस में बहुत ज्यादा खुशी का माहौल है। संगठन के मंडी जिला अध्यक्ष लेखराज, महासचिव प्रवीण धीमान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय कुमार शर्मा, महिला विंग अध्यक्ष मंजुला वर्मा, कोषाध्यक्ष टेकचंद, अतिरिक्त महासचिव भारती बैहल महासचिव महिला विंग वनिता सकलानी, ब्लॉक अध्यक्ष करसोग चेतन ठाकुर, सराज ब्लॉक के अध्यक्ष मनीष ठाकुर, गोहर के अध्यक्ष चांदराम, सुंदर नगर के अध्यक्ष सुशील शर्मा, बल्ह के अध्यक्ष हर्ष ठाकुर, बल्द्वारा के अध्यक्ष राजेंद्र जहमत, सरकाघाट के अध्यक्ष पवन कुमार, धर्मपुर के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, लड़ भारोल के अध्यक्ष अशोक जमवाल, जोगिंदर नगर के अध्यक्ष अतुल लखन पाल, पधर के अध्यक्ष कश्मीर सिंह ठाकुर, बरोट के अध्यक्ष वीरभद्र सिंह, कटोला के अध्यक्ष दिनेश कुमार, ओट के अध्यक्ष दुर्गा सिंह ठाकुर, बाली चौकी के अध्यक्ष दुनीचंद, रिवालसर के अध्यक्ष कृष्ण यादव, मंडी सदर के अध्यक्ष रजनीश ठाकुर तथा अन्य सभी पदाधिकारियों ने सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के जिस वादे को कांग्रेस पार्टी के द्वारा चुनावों के वक्त कर्मचारियों के साथ वादा किया गया था और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व में श्रीमती प्रियंका गांधी, श्री भूपेश बघेल व अन्य राष्ट्रीय नेताओं ने भी कर्मचारियों की पेंशन बहाली का वादा हिमाचल में किया था । प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं कर्मचारियों के धरने पर पहुंचे थे, श्रीमती प्रियंका गांधी भी कर्मचारियों के धरने पर पहुंची थी जिससे कर्मचारियों का विश्वास भी बड़ा था और उन्हें यह भी लगता था कि यदि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनती है तो कर्मचारियों की पेंशन बहाल हो सकती है । जिसे आदरणीय श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व उनकी टीम ने पहली मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी देकर सच साबित किया । शुक्रवार को हुई प्रदेश सरकार की चौथी कैबिनेट मीटिंग में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर एक बार फिर कैबिनेट मीटिंग बुलाई गई यह दिन कर्मचारियों के इतिहास में एक बहुत बड़ा दिन था प्रदेश मंत्रीमंडल द्वारा पुरानी पेंशन की SOP को मंजूरी देकर इस दिन को और ऐतिहासिक बनाया है । संगठन द्वारा 2021 में 3 मार्च को कर्मचारी शिमला में पेंशन व्रत कर रहे थे, 2022 में 3 मार्च के दिन शिमला में कर्मचारियों ने आज तक का सबसे बड़ा धरना प्रदर्शन शिमला विधानसभा के बाहर किया था जो एक ऐतिहासिक संख्या शिमला में जुटी थी । इस वर्ष 3 मार्च को प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली संबंधित SOP. को मंजूरी देकर कर्मचारियों के लिए बहुत बड़ा तोहफा दिया है । कर्मचारियों के साथ पिछले वर्ष हुई घटनाओं और इस वर्ष इसी दिन पेंशन बहाली की SOP प्रदेश के कर्मचारियों के लिए आना यह दर्शाता है कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों के प्रति कितनी संवेदनशील है । नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ द्वारा सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कर्मचारियों का बुढ़ापा सुरक्षित करके उन्हें जहां आर्थिक रूप से सुरक्षित किया है वही उनका आत्मसम्मान उन्हें वापस लौट आया है । उन्होंने कहा कि कर्मचारी भविष्य में प्रदेश में आने वाली हर चुनौती का सामना करने के लिए हमेशा सरकार के साथ खड़ा है और प्रदेश की प्रगति के लिए कर्मचारी अपना हर संभव प्रयास हमेशा करता रहेगा । उन्होंने कहा कि जहां पुरानी पेंशन बहाली से 136000 कर्मचारियों को फायदा मिलेगा वही भविष्य में युवाओं का सरकारी क्षेत्र में आने के लिए भी उन्हें प्रेरणा मिलेगी । लेखराज ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली से प्रदेश सरकार मुनाफे में आएगी । उन्होंने कहा कि इस समय NPS की वजह से प्रदेश सरकार द्वारा लगभग 1700 करोड़ निजी हाथों में दिया जा रहा है जो अब पेंशन बहाल होने से बचेगा क्योंकि पुरानी पेंशन बहाल होने से सिर्फ डेढ़ सौ करोड़ ही खर्च आने वाला है जिससे यह साबित होता है कि अब प्रदेश का लगभग 1500 करोड़ बचने वाला है जो विकास के कामों में प्रयोग किया जा सकता है ।
जिला अध्यक्ष लेखराज ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली से कर्मचारियों में भारी उत्साह है कर्मचारी लगातार फोन और मैसेज के माध्यम से सरकार का धन्यवाद कर रहे हैं अब हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों को धर्मशाला में प्रस्तावित आभार रैली का इंतजार है जिसके चलते जिला मंडी ने अब तक लगभग तैयारियां भी शुरू कर दी है उनका बुढ़ापा सुरक्षित करने के लिए प्रदेश के हर कर्मचारी श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व उनके सरकार का धन्यवाद कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि इस साहसिक फैसला लेने के लिए कर्मचारी सदैव प्रदेश सरकार के ऋणी रहेंगे l