हिमाचल प्रदेश के विद्यार्थियों का राष्ट्रीय स्तर की पेटिंग प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन
शिमला: भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज विज्ञान भवन, नई दिल्ली में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण अवार्ड 2024 के दौरान राष्ट्रीय स्तर की पेटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा तथा विद्युत राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक, विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार के विद्युत सचिव, पंकज अग्रवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
मुख्य उपलब्धि के रूप में, राष्ट्रीय पेटिंग प्रतियोगिता में ग्रुप ए और ग्रुप बी में सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला, हिमाचल प्रदेश के अगान ललित कुमार और रुद्रांश जिंदल विजेता रहे। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ग्रुप ए में अगान ललित कुमार (कक्षा 7वीं) को 30,000/- रुपए का तृतीय पुरस्कार और ग्रुप बी में रुद्रांश जिंदल (कक्षा 10वीं) को 30,000/- रुपए का तृतीय पुरस्कार प्रदान किया। दोनों विद्यार्थियों को नकद पुरस्कार के अतिरिक्त एक-एक लैपटॉप भी प्रदान किया गया।
समारोह के दौरान एसजेवीएन को ‘राज्यवार नोडल अधिकारी प्रशंसा प्रमाण पत्र’ से भी सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार माननीय केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा तथा विद्युत राज्य मंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक द्वारा एसजेवीएन के उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन) एवं नोडल अधिकारी अनुराग भारद्वाज को हिमाचल प्रदेश में ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय अभियान की सफलता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के लिए प्रदान किया गया।
अजय कुमार शर्मा, निदेशक (कार्मिक), एसजेवीएन ने इस अवसर पर विजेताओं को उनकी रचनात्मकता के लिए बधाई दी, जिसने हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने इस रचनात्मक अभिव्यक्ति द्वारा ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने में एसजेवीएन की भूमिका पर गर्व व्यक्त किया। वर्ष 2005 से, एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश के लिए नोडल एजेंसी के रूप में विद्युत मंत्रालय, ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, राज्य सरकार और राज्य शिक्षा विभाग के साथ सफलतापूर्वक भागीदारी की है। इस वर्ष, हिमाचल प्रदेश के सभी 12 जिलों के 4,794 स्कूलों के 2,10,936 विद्यार्थियों ने इस राष्ट्रव्यापी अभियान के प्रथम चरण में स्कूल स्तरीय पेटिंग प्रतियोगिता में भाग लिया।
भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण अभियान 2024 के तहत देश के सभी राज्यों से श्रेणी-ए और श्रेणी-बी में चयनित विजेताओं के लिए राष्ट्रीय स्तर की पेटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।