शिमला : पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित संस्था सेजेस (SAGES) ने आज अपना 30वाँ स्थापना दिवस बड़े हर्ष और उत्साह के साथ होटल ग्रैंड, द मॉल, शिमला में मनाया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, अनिरुद्ध सिंह रहे। मंत्री का स्वागत करते हुए संस्था की प्रेस सचिव माला सिंह ने बताया कि मंत्री की माताजी, आदर्श सिंह, सेजेस की आजीवन सदस्या हैं, जिस कारण मंत्री का सेजेस के साथ विशेष जुड़ाव है।
इस मौके पर अनिरुद्ध सिंह सेजेस के लाइफ टाइम मेंबर भी बने।
मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन एवं स्मारिका (जो प्रत्येक पाँच वर्ष बाद प्रकाशित होती है) का विमोचन कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर नगर निगम के पार्षदगण, सेजेस के पूर्व अध्यक्ष एवं सचिव, सेजेस के सदस्यगण, स्कूली बच्चे व अध्यापक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कक्षा तीन के
रेयान सिंह ने श्लोक उच्चारण।
दुर्गास्तुति गाकर सबका मंच जीत लिया। लाल पानी के युगल गौतम ने मानने मंत्री को इनकी पेंटिंग बनाकर भेंट की।
इस अवसर पर सेजेस के तीन सदस्यों को पर्यावरण एवं बागवानी के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए अनिरुद्ध सिंह द्वारा सम्मानित किया गया। श्री एस. एल. कश्यप को उनके सेजेस में
योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त स्व. पी. सी. ठाकुर एवं स्व. कपिल देव सूद को मरणोपरांत सम्मान अर्पित किया गया।
संस्था की वार्षिक रिपोर्ट सचिव पद्मनी परमार ने प्रस्तुत की।
अध्यक्ष डॉ. सुषमा भारद्वाज ने अपने संबोधन में पिछले वर्षों में संस्था द्वारा किए गए कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया और संस्थापक स्व. इंजीनियर आर. एस. एस. चौहान, चेयरमैन, एच.पी.एस.ई.बी., की दूरदर्शिता की प्रशंसा की, जिन्होंने तीन दशक पहले ही पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझ लिया था।
इस अवसर पर लालपानी, स्वरन पब्लिक स्कूल शिमला पब्लिक स्कूल के बच्चों ने बस के दो भाइयों कार्यक्रम और
पर्यावरण संबंधित कविताएँ पेश की।
अंत में सदस्यों ने फूलों पर आधारित तंबोला खेला।
इस अवसर पर श्रीनिवास जोशी ने भी पर्यावरण पर अपने विचार रखे और उपस्थित जनसमूह को प्रेरणादायी संदेश दिया।
आज सेजेस से आठ स्कूल जुड़े हुए हैं और संस्था समय-समय पर बच्चों को पर्यावरण की ओर प्रेरित करने के लिए विभिन्न पहल करती रहती है।
कार्यक्रम में सेजी की ओर से आर एल जैन,दीपक भसीन. दीपक सूद, डॉ॰ बी॰ कर्करा, सुलेखा चटर्जी, आशुम सूद,ऋतु कालरा, परमजीत कौर आदि उपस्थित रहे।
अंत में इंजीनियर कमल वीरेन्द्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।