यशवंत सिंह बने भाजपा जिला किन्नौर के अध्यक्ष कर्ण नंदा ने की घोषणा
पीएम मोदी की ग्रामीण भारत के लोगों के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना प्राथमिकता : नंदा
कांग्रेस सरकार में माफिया राज हावी : नंदा
केंद्र योजनाओं में हमेशा किन्नौर को बड़ी हिस्सेदारी मिली : नंदा
किन्नौर, भाजपा के संगठन पर्व कार्यक्रम के अंतर्गत जिला किन्नौर अध्यक्ष के रूप में यशवंत सिंह का चयन फील्ड हॉल भाबानगर में हुआ इसी के साथ भाजपा के नेता एवं प्रत्याशी सूरत नेगी प्रदेश परिषद के डेलीगेट चुने गए। यह चुनाव सर्वसहमति से संपन्न हुआ, जिला अध्यक्ष की घोषणा भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने चुनाव अधिकारी के रूप में की। उनके साथ इस कार्यक्रम में प्रदेश सह मीडिया प्रभारी प्यार सिंह कंवर, किन्नौर से प्रत्याशी सूरत नेगी विशेष रूप में उपस्थित रहे।
कर्ण नंदा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन पर्व के अंतर्गत जिला किन्नौर के प्रत्येक देवतुलीय कार्यकर्ता ने सर्वश्रेष्ठ कार्य करते हुए 11051 प्राथमिक सदस्य और 595 सक्रिय सदस्य बनाए, इन उत्तम कार्य के लिए किन्नौर के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई एवं शुभकामनाएं। आप सभी को यह जान कर हर्ष होगा कि प्रदेश में हमारी पार्टी के 16 लाख से अधिक प्राथमिक सदस्य बन चुके है। उन्होंने कहा कि आज से पूर्व किन्नौर में भाजपा के 3 संगठनात्मक मंडल हुआ करते थे और वर्तमान में यह संख्या बढ़कर 5 हो गई है, इससे कार्यकर्ताओं की ताकत 100 गुना बढ़ जाएगी।
नंदा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्रामीण भारत के लोगों के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना प्राथमिकता है और इसलिए हर गांव में बुनियादी सुविधाओं की गारंटी के लिए अभियान पूरे देश भर में शुरू किया गया है। हमारा लक्ष्य गांवों को विकास और अवसर के जीवंत केंद्रों में बदलकर ग्रामीण भारत को सशक्त बनाना है। हमारी केंद्र सरकार की मंशा, नीतियां और निर्णय ग्रामीण भारत को नई ऊर्जा के साथ सशक्त बना रहे हैं। आज भारत सहकारिता के माध्यम से समृद्धि प्राप्त करने में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष की शुरुआत में ग्रामीण भारत महोत्सव का भव्य आयोजन भारत की विकास यात्रा की झलक और उसकी पहचान बना रहा है।
नंदा ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार में माफिया राज हावी है चाहे वह खनन वन, भू, ड्रग या ट्रांसफर माफिया क्यों ना हो। हिमाचल प्रदेश में वनों से हरे-भरे पेड़ों का अवैध कटान चिंताजनक आंकड़े पेश कर रहा है, राज्य में पिछले साल एक जनवरी से लेकर 31 जुलाई 2024 तक 4476 पेड़ काट डाले वन माफिया ने कुल 10.98 करोड़ रुपए की वन संपदा पर कुल्हाड़ी चलाई है। अवैध रूप से पेड़ कटान के मामलों में बिलासपुर में 185, चंबा में 139, कांगड़ा में 307, हमीरपुर में 134, कुल्लू में 288, मंडी में 510, सिरमौर में 115, किन्नौर में 40, सोलन में 178, शिमला में 209 व ऊना में 18 मामले पेश आए हैं. वहीं बिलासपुर जिले में काटे गए पेड़ों की संख्या 363, चंबा में 242, कांगड़ा में 755, हमीरपुर में 276, कुल्लू में 415, मंडी में 840, सिरमौर में 258, किन्नौर में 82 पेड़ काटे गए. सोलन जिले में में काटे गए पेड़ों की संख्या 559, शिमला में 601, ऊना में 85 पेड़ काटे गए।
नंदा ने कहा कि किन्नौर के लिए केंद्र सरकार और पूर्व भाजपा सरकार ने हमेशा अग्रिम भूमिका में रहते हुए काम किया है , हिमाचल प्रदेश को प्रधानमंत्री पोषण स्कीम के तहत केंद्र की ओर से साढ़े 42 करोड़ रुपए का बजट जारी किया गया था जिसमें से किन्नौर को 56 लाख 54800 प्राप्त हुए थे। किन्नौर में बीएसएनएल ने 50 नए टावर लगाने का काम शुरू कर दिया जिससे इलाके में सिग्नल की समस्या नहीं रहेगी।
नंदा ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए हिमाचल प्रदेश को केंद्र से बड़ी सौगात मिली है। केंद्र सरकार के विभिन्न 18 मंत्रालयों की 25 योजनाओं में हिमाचल के जनजातीय क्षेत्रों को विकास के लिए पैसा दिए। यहां पर मूलभूत सुविधाओं को जुटाने के लिए एक मास्टर प्लान पर काम किया जा रहा है। देश के अन्य राज्यों के साथ हिमाचल प्रदेश को भी प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान योजना में शामिल किया गया है, जिसमें प्रदेश के 270 गांव शामिल किए गए हैं। प्रदेश में उन गांवों को चुना गया है, जहां पर जनजातीय लोगों की 500 से ज्यादा आबादी है। इसमें चंबा, किन्नौर और कांगड़ा जिला के गांव शामिल हैं। हिमाचल के जो 270 गांव चुने गए हैं, उनमें चंबा जिला के 156, किन्नौर के 69 और कांगड़ा से 10 गांवों को चुना गया।
नंदा ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस की सरकारों में फर्क साफ है , भाजपा ने हमेशा जन हित में काम किया अपितु कांग्रेस ने हमेशा अपने ही हित में काम किया है।